जिन्ना प्रधानमंत्री बनते तो भारत का विभाजन नहींहोता : दलाई लामा

तिब्बती बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा ने गोवा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के एक कार्यक्रम में छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि यदि पंडित जवाहरलाल नेहरू की जगह मो. अली जिन्ना को भारत का प्रधानमंत्री बनाया जाता तो भारत का विभाजन नहीं होता।

नई दिल्ली। अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि महात्मा गांधी, जिन्ना को प्रधानमंत्री बनाना चाहते थे लेकिन नेहरू नहीं माने। वह आत्मकेंद्रित थे। उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री बनना चाहता हूं। यदि जिन्ना प्रधानमंत्री बनते तो भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजन नहीं होता।
इसके बाद एक छात्र ने जब यह पूछा कि आखिर कोई किस तरह इस तरह के निर्णय ले जिससे कि गलतियां नहीं हों? इस पर दलाई लामा ने नेहरू के निर्णय की पृष्ठभूमि में कहा कि गलतियां होती ही हैं।Ó
दलाई लामा सखाली स्थित इंस्टीट्यूट के कैंपस में आधुनिक समय में परंपरागत भारतीय ज्ञान के महत्व संबंधी विषय पर वक्तत्व देने के लिए गए हैं। इस इंस्टीट्यूट की 25वीं वर्षगांठ के मौके पर बौद्ध धर्मगुरू को आमंत्रित किया गया है। गोवा में पिछले सात वर्षों में दलाई लामा का यह पहला लेक्चर है।

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