जनपद में बंद का रहा आंशिक प्रभाव

हापुड़। उत्तर प्रदेश व्यापार प्रतिनिधिमंडल के आह्वान पर हुए बंद का असर जिला मुख्यालय पर नहीं दिखाई दिया। गढ़मुक्तेश्वर और ङ्क्षसभावली में दोपहर बारह बजे तक दुकानें बंद रही उसके बाद बाजार खुल गया। पिलखुवा में भी बंद का असर नहीं रहा। धौलाना में दुकानें बंद रहीं। व्यापारियों ने प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा।
शुक्रवार को हापुड़ उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष नरेश चंद अग्रवाल, चेयरमैन संजय कृपाल, चेयरमैन विजय अग्रवाल, बिजेंद्र पंसारी, अशोक बबली, सुनील जैन आदि ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा। ज्ञापन में जीएसटी में दो दरें पांच और 16 प्रतिशत रखने, जुर्माना दस हजार से अधिक नहीं होने, जेल का प्रावधान नहीं होने और आयकर सीमा पांच लाख किए जाने आदि 11 मांगें की गईं।
बाबूगढ़ में भी कुछ घंटों के लिए दुकानें बंदकर व्यापारियों ने नारेबाजी की। इस अवसर पर प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्ष जितेंद्र गोयल, पंकज मित्तल, संतोष गोयल, विमल गर्ग, संजीव आढ़ वाले, सचिन ङ्क्षजदल, सुरेंद्र कबाड़ी, संजय कंसल बाबगढ़, नेत्रपाल ठेकेदार, सुनील त्यागी, सुभाष अग्रवाल, अनिल गोयल, प्रवीन वर्मा और चंद्रशेखर प्रधान मौजूद रहे।

गढ़मुक्तेश्वर मे व्यापार मंडल के पदाधिकारी और सदस्यों ने बाजार बंदकर सरकार का विरोध जताया। व्यापार मंडल के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष और जिलाध्यक्ष जितेंद्र गोयल के नेतृत्व में ङ्क्षसभावली, बहादुरगढ़, गढ़, ब्रजघाट में बाजार बंद कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। व्यापारियों ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। दोपहर बारह बजे तक अधिकांश बाजार बंद रहे उसके बाद खुलने लगे। ज्ञापन देने वालों में विधान सभा क्षेत्र के प्रभारी अनिल गोयल, विधान सभा क्षेत्र के अध्यक्ष परवीन सोनी, चंद्र शेखर प्रधान, कैलाश चंद, दिनेश आदि शामिल थे।

धौलाना में उत्तर प्रदेश व्यापार प्रतिनिधिमंडल के आह्वान पर बाजार बंद रहे। व्यापारी नेता मोनू राणा ने बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ दुकानें बंद रखी गईं। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर विमल कुमार गर्ग, पंकज मित्तल, लोकेश राणा, संतोष कुमार, अनिल तोमर सहित काफी व्यापारी मौजूद रहे।
पिलखुवा में बंद का असर बेअसर रहा। रोजमर्रा की तरह समस्त बाजार खुला और ग्राहकों की चहल-पहल देखने को मिली। शहर के प्रमुख बाजार उमराव ङ्क्षसह मार्केट, गांधी बाजार, रेलवे रोड, जवाहर बाजार, मोदीनगर बस स्टैंड आदि खुले रहे। जीएसटी की विसंगतियों से परेशान व्यापारियों के प्रदेश स्तरीय संगठनों ने शुक्रवार को बाजार बंद का आह्वान किया था। व्यापारियों के एक संगठन ने बृहस्पतिवार को बैठक कर बंद को सफल बनाने का आह्वान भी किया था, लेकिन बाजार के पूर्णतया खुले रहने के कारण आह्वान बेअसर रहा।
अखिल भारतीय संस्था एआइओसीडी के निर्देश पर आल इंडिया आर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन उत्तर प्रदेश (सीडीएफयूपी) के आह्वान पर शुक्रवार को जनपद के सभी मेडिकल स्टोर बंद रहे। सभी मेडिकल स्टोर संचालक रेलवे रोड पर एकत्र होकर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र ङ्क्षसह और महासचिव विकास गर्ग के नेतृत्व में जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे।
उन्होंने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में सरकार की केमिस्ट विरोध और जन विरोधी नीतियों का विरोध किया गया। ज्ञापन में कहा गया कि फार्मासिस्ट समस्या, दवा कानून के विरुद्ध बनाई जा रही केमिस्ट विरोध नीतियों और ऑन लाइन ई-फार्मेसी का लागू किया जाना अनुचित है।
इस अवसर पर सीएल शर्मा, अजय सोढ़ा, ब्रजभूषण अग्रवाल, विनित ङ्क्षजदल, संजय जैन, संजय अग्रवाल, राकेश गुप्ता, संजीव शर्मा, नौशाद अहमद, इकबाल, रमेश अरोड़ा,दीपक त्यागी, योगेश शर्मा, अमित गोयल, संजय त्यागी, अनिल अग्रवाल, पंकज शर्मा, रामगोपाल, रोहिला, सत्येंद्र, अरुण गोयल आदि मौजूद थे।
गढ़मुक्तेश्वर संवाद सहयोगी के अनुसार ई-फार्मेसी और ऑनलाइन पोर्टल से हो रही परेशानी के चलते मेडिकल स्टोर्स संचालकों ने हड़ताल रखी। दोपहर को आपात कालीन की स्थिति में रोगियों को दवा दी गई। नगर में अरकान चौधरी और ङ्क्षसभावली में दिनेश शर्मा के नेतृत्व में हड़ताल की गई। इस अवसर पर सैकड़ों मेडिकल स्टोर संचालक मौजूद रहे।

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