नोएडा। शहर का कूड़ा कहां गिरेगा इस पर फैसला करना बेहद मुश्किल है, जहां भी डंपिंग ग्राउंड बनाया जा रहा है वहीं पर विरोध शुरू हो रहा है। ऐसे में सबसे बड़ा मूलभूत सवाल यह है कि आखिर कूड़ा कहां डाला जाए, क्योंकि प्राधिकरण ने अपनी जिम्मेदारी जिला प्रशासन को दे दी है। अब तक कूड़ा डलवाने की जिम्मेदारी प्राधिकरण ही निभाता था मगर विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्राधिकरण जिला प्रशासन के पाले में डाल दी है। डंपिंग ग्राउंड को लेकर प्रतिदिन विरोध प्रदर्शन हो रहा है और कूड़ा डालने में दिक्कत आ रही हैं। नोएडा से करीब 20 ट्रक तक पूरा प्रतिदिन निकलता है। जहां भी कूड़ा डाला जाता है वहां के लोग विरोध शुरू कर देते हैं। बताया जा रहा है कि कूड़ा डालने में स्थानीय लोगों से ज्यादा सपा और कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र रहते हैं। जरूरत है कि इस समस्या से निपटने के लिए शहर का हर नागरिक आगे आए और अपने सुझाव दें ताकि कूड़ा निस्तारण किया जा सके। अब कूड़ा डालने के विरोध में किन्नर भी आ गए हैं।उल्लेखनीय है कि सेक्टर-123 में डंपिंग ग्राउंड का इतना विरोध हुआ कि उसे हटाना पड़ा। अब तक जहां भी कूड़ा डालने के लिए प्रशासन व्यवस्था करता है वहीं पर विरोध शुरू हो जाता है। सवाल है कि कहीं तो कूड़ा डलेगा। शहर को साफ-सुथरा रखना है तो जल्द इस मामले में सर्व्रसम्मति से कोई निर्णय लेना पड़ेगा।