महापुरूषों को याद करना अपराध नहीं : मोदी
नर्मदा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवडिय़ा, नर्मदा में सरदार वल्लभ भाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का उद्घाटन किया। इस मौके पर एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने उन आलोचकों को जवाब दिया जिन्होंने ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टीÓ बनाने पर सवाल खड़े किए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कई बार मैं हैरान रह जाता हूं, जब देश में ही कुछ लोग हमारी इस मुहिम को राजनीति से जोड़कर देखते हैं। सरदार पटेल जैसे महापुरुषों, देश के सपूतों की प्रशंसा करने के लिए भी हमारी आलोचना होने लगती है। ऐसा अनुभव कराया जाता है मानो हमने बहुत बड़ा अपराध कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के लिए सोचने वाले युवाओं की शक्ति हमारे पास है। देश के विकास के लिए, यही एक रास्ता है, जिसको लेकर हमें आगे बढऩा है। देश की एकता, अखंडता और सार्वभौमिकता को बनाए रखना, एक ऐसा दायित्व है, जो सरदार साहब हमें देकर गए हैं।
सरदार पटेल की प्रतिमा निर्माण के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते करीब साढ़े तीन वर्षों में हर रोज़ कामगारों ने, शिल्पकारों ने मिशन मोड पर काम किया है। राम सुतार जी की अगुवाई में देश के अद्भुत शिल्पकारों की टीम ने कला के इस गौरवशाली स्मारक को पूरा किया है। करोड़ों भारतीयों की तरह तब मेरे मन में एक ही भावना थी कि जिस व्यक्ति ने देश को एक करने के लिए इतना बड़ा पुरुषार्थ किया हो, उसको वो सम्मान अवश्य मिलना चाहिए जिसका वो हकदार है।