माहौल बिगाडऩे की हो रही कोशिश!


नई दिल्ली। सीए को लेकर हो रहे शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में खलबली मचाने के लिए एक के बाद एक नवयुवक गोली चलाने की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। सवाल यह है कि आखिर यह युवक किस से प्रेरित है। क्या आजकल हो रही नेताओं के हेट स्पीच का असर इन पर पड़ रहा है। देर रात जामिया में प्रदर्शनकारियों पर एक बार फिर से हमला किया गया है जिसके बाद यहां हड़कंप मच गया। लोगों ने गोली चलने के विरोध मे जामिया थाने का घेराव किया। लोगों का कहना है कि बोली दबाने के लिए गोली चलाई जा रही है।

जामिया के छात्र खुद ही चेक कर रहे हैं कार
नई दिल्ली। दिल्ली के जामिया और शाहीन बाग इलाके में फायरिंग के कारण दहशत का माहौल है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया में देर रात अज्ञात लोगों ने रविवार रात हवाई फायरिंग की और फरार हो गए। फायरिंग की यह तीसरी वारदात थी। इसके बाद से छात्रों ने सुरक्षा का जिम्मा खुद संभाल लिया है। जामिया परिसर में आने-जाने वाली हर कार की तलाशी खुद छात्र कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि हम अपनी सुरक्षा को लेकर एहतिहातन यह कदम उठा रहे हैं। इससे पहले जामिया मिल्लिया इस्लामिया में एक बार फिर रविवार रात को फायरिंग की घटना हुई।
यह फायरिंग जामिया के गेट नंबर पांच पर हुई है। फायरिंग के दौरान दो संदिग्ध भी देखे गए। रात में फायरिंग की सूचना मिलते ही जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर लोग जुटने लगे और थोड़ी देर में प्रदर्शन शुरू हो गया। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने बताया कि जामिया नगर के एसएचओ घटनास्थल का जायजा लिया। इस इलाके में फायरिंग की यह तीसरी घटना है। फायरिंग की इस घटना के बाद जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी ने बताया कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया के गेट नंबर 5 फायरिंग हुई है।

फायरिंग करने के बाद वहां से भागते दो संदिग्ध भी देखे गए.

पुलिस ने दर्ज की शिकायत

रिपोर्ट के मुताबिक इन संदिग्धों में से एक शख्स ने लाल रंग की जैकेट पहन रखा था और लाल रंग की स्कूटी चला रहा था. स्कूटी का नंबर 1532 बताया जा रहा है.

हालांकि फायरिंग की नई इस घटना में किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं हैं. फायरिंग की घटना के बाद जामिया नगर थाने के बाहर भी जामिया के छात्र एकत्रित हो गए. इस सिलसिल में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है.

अतिरिक्त डीसीपी (दक्षिण-पूर्व) कुमार ज्ञानेश का कहना है कि जामिया नगर एसएचओ ने अपनी टीम के साथ उन्होंने जगह-जगह तलाशी ली है. वहां कोई खाली कारतूस नहीं मिला है.

कुमार ज्ञानेश ने बताया कि उन वाहनों के बारे में अलग-अलग बात निकल कर आ रही है जिन पर संदिग्ध सवार थे. कुछ ने कहा कि संदिग्ध स्कूटर पर सवार थे और कई अन्य का कहना है कि वो चार पहिया वाहन से आए थे. इस दौरान छात्रों समेत कई लोग थाने के बाहर जमा हो गए. हम जांच करेंगे और कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे.

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लगातार 2 दिन में फायरिंग की 2 घटनाएं

इससे पहले जामिया और शाहीन बाग में फायरिंग की दो और घटनाएं हो चुकी हैं. पहली घटना 30 जनवरी की है जब जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर गोपाल नाम के एक लड़के ने गोली चलाई थी. इसमें पत्रकारिता का एक छात्र जख्?मी हो गया था.

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दूसरी घटना 1 फरवरी को शाहीन बाग में हुई थी. शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ जारी प्रदर्शन स्थल से कुछ ही दूरी पर कपिल नाम के एक शख्?स ने हवाई फायरिंग की थी.

हिरासत में लिए गए कपिल का कहना था, ‘देश में और किसी की नहीं चलेगी, सिर्फ हिंदुओं की चलेगी.’ फिलहाल वह पुलिस की हिरासत में है. वह पूर्वी दिल्ली के दल्लूपुरा इलाके का रहने वाला है.

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