ब्रिटिश की अदालत ने भारत से कहा, विजय माल्या को जिस जेल में रखेंगे, उसका वीडियो दें
माल्या के खिलाफ 13 भारतीय बैंकों ने ब्रिटेन की कोर्ट में दर्ज कराया केस
नई दिल्ली। भारत में भगोड़ा घोषित विजय माल्या के प्रत्यर्पण मामले में लंदन की कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई हुई। इस मामले में ब्रिटिश कोर्ट ने सुनाई के दौरान भारतीय अधिकारियों से कहा कि वे उस किस जेल में रखेंगे इसका वीडियो सबमिट करें। अदालत के बाहर माल्या ने कहा कि मेरे ऊपर लगे मनी लॉन्ड्रिंग के सभी आरोप झूठे हैं। माल्या पर 17 भारतीय बैंकों का नौ हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तारी के बाद से माल्या जमानत पर है। ब्रिटेन की अदालत ने माल्या की जमानत की अगली सुनवाई 12 सितंंबर तक बढ़ा ही है।
आप को बताते चले कि 27 अप्रैल को वेस्टमिंस्टर अदालत ने सीबीआई की तरफ से पेश किए गए सबूतों को स्वीकार कर लिया था। हाल ही में ब्रिटेन की एक अदालत ने प्रवर्तन अफसरों को माल्या के वहां स्थित परिसरों में जाने और जब्ती करने की इजाजत दी थी। तब उसने कहा था कि ब्रिटेन में उसके पास सिर्फ कुछ कारें और थोड़ी ज्वेलरी है। वह इसे कभी भी जांच एजेंसियों को सौंपने को तैयार है।
13 बैंकों के कंजोर्शियम ने माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज दिया था। 31 जनवरी 2014 तक माल्या पर बैंकों के 6,963 करोड़ रुपए बकाया थे। 2016 तक ये राशि करीब 9,000 करोड़ हो गई। अब यह राशि ब्याज समेत 10 हजार करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। कर्ज चुकाने का दबाव बढ़ा तो मार्च 2016 में माल्या विदेश भाग गया। बैंकों का कंजोर्शियम माल्या से अभी तक 965 करोड़ रुपए की रिकवरी कर चुका है।