पहले सिपाही ने गोली मारकर की हत्या,अब साथी सिपाही मदद को जुटा रहे चंदा
लखनऊ। विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद अपनी ओर से एफआइआर दर्ज कराने के लिए थाने में हंगामा करने वाले बर्खास्त सिपाही प्रशांत चौधरी और उसकी पत्नी के पक्ष मेें अब साथी सिपाहियों के उतर आने से पुलिस अनुशासन पर सवाल उठने शुरू हो गए हैैं। वैसे तो पुलिस का कोई संगठन नहीं है लेकिन, उन्होंने अपनी ओर से उसकी मदद के लिए सोशल मीडिया पर चंदा जुटाने का अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस अधिकारी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैैं।
विवेक तिवारी की हत्या के बाद जिस तरह के विरोधाभासी बयान आये उसने भी पुलिस की अनुशासनहीनता की कलई खोल दी। डीजीपी ओपी सिंह से लेकर लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने हत्या के आरोपित सिपाहियों को जेल भेजने के बयान दिए जबकि सिपाही थाने में जाकर अपने पक्ष में पुलिसकर्मियों को लामबंद कर रहा था। इसके बाद वह पत्नी के साथ जवाबी एफआइआर दर्ज कराने के लिए थाने भी पहुंच गया। आखिरकार उसे जेल भेजा गया लेकिन, अब उसके साथियों ने खुले तौर पर सिपाहियों को उसके पक्ष में लामबंद करना शुरू कर दिया है।
उसके एक साथी रोहित पाल ने, जो कि खुद भी सिपाही बताया जाता है, फेसबुक पर प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार की मदद के लिए अपील की है कि उसके बैच के 40 हजार सिपाही यदि सौ रुपये भी मदद कर दें तो मुकदमा लडऩे के लिए अच्छी-खासी रकम जमा हो जाएगी। उसकी ओर से दावा किया गया है कि पुलिसवाले पांच करोड़ रुपये प्रशांत की मदद के लिए इक_ करेंगे। प्रशांत की पत्नी राखी मलिक का स्टेट बैैंक ऑफ इंडिया का खाता नंबर और एक अन्य संदीप राणा का खाता नंबर भी जारी किया गया है।