नोएडा को स्मार्ट सिटी बनाने पर प्राधिकरण का जोर
जय हिन्द संवाद
नोएडा। नोएडा को स्मार्ट सिटी, प्रदूषण फ्री और सस्टेनेबल सिटी की श्रेणी में लाने के लिए नोएडा प्राधिकरण की ओर से अर्बन इन्नोवेशन समिट का आयोजन किया गया। इस दौरान प्राधिकरण की सीईओ ने जय हिंद जनाब से कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि हर व्यक्ति को स्वच्छ जल मुहैया कराया जा सके। फिलहाल तो गंगा जल परियोजना से काफी सेक्टरों में गंगा जल मुहैया कराया जा रहा है लेकिन जो सेक्टर इससे अछूते हैं उनको भी गंगाजल जल्द मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण का ध्यान सबसे अधिक स्वच्छता पर है। स्वच्छता के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर को प्लास्टिक फ्री बनाने के लिए भी अभियान चलाया गया है। इसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। रितु माहेश्वरी ने कहा कि 300 वर्ग मीटर से ऊपर के सभी भूखंडों के लिए रेन हार्वेस्टिंग का इंतजाम करना अनिवार्य कर दिया है। यदि रेन हार्वेस्टिंग के लिए भूखंड मालिक इंतजाम नहीं करेंगे तो उनका नक्शा पास नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अलग-अलग संस्थाओं के साथ मिलकर प्राधिकरण वे सभी कदम उठा रहा है जिनसे शहर को स्मार्ट सिटी बनाया जा सके। इस समिट में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने भी स्मार्ट सिटी बनाने के अपने विजन को लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया। बेहतर कार्य करने के लिए डीएलएफ मॉल ऑफ़ इंडिया को इस सम्मेलन में सम्मानित किया गया। डीएलएफ की ओर से प्रतीक चिन्ह मॉल के प्रबंधक सिबली खान ने लिया। इस समिट में पहुंचे बुद्धिजीवियों ने नोएडा को जाम फ्री बनाने पर भी जोर दिया और कहा कि आए दिन लगने वाला जाम भी प्रदूषण का एक बड़ा कारण है। इस दौरान प्राधिकरण ने नोएडा में स्थापित बड़ी-बड़ी इकाइयों के मालिकों को भी आमंत्रित किया था इस समिट का आऊट डोर पार्टनर नकश के्रटर रहा। समिट में कंपनी के डायरेक्टर अंनत शर्मा और चीफ ऑपरेटिंग आफिसर अनवर अब्बासी मौजूद रहे। वहीं सनकोदा कंपनी के डायरेक्टर अनिल जी गर्ग ने भी लोगों के समक्ष शहर को बेहतर बनाने के लिए अपने विचार रखें। सनकोदा कंपनी मोबाइल की लिथियम बैटरी बनाकर बड़े-बड़े ब्रांड को देती है।