दलित दूल्हे के बग्गी चढऩे पर बवाल
प्रधान समेत दर्जनभर लोगों के खिलाफ एफआईआर
ग्रेटर नोएडा। सदियों पहले दलितों को लेकर जो मान्यताएं थीं वो आज भी देखने को मिल रही हैं। गांव घोड़ी बछेड़ा में दलित को बग्गी पर बैठने से दबंगों ने रोक दिया। बरातियों और लड़की पक्ष ने विरोध किया तो जमकर मारपीट की गई। 12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें दादरी के सीएचसी में भर्ती कराया गया है। बराती पक्ष से किसी ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। इसके बाद कई थानों की फोर्स पहुंची तो गुंडागर्दी करने वाले पीछे हटे। पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच शादी कराई गई। बरातियों की कई गाडिय़ों में भी तोडफ़ोड़ हुई। दादरी कोतवाली में ग्राम प्रधान समेत दर्जनभर लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया। जनकारी के अनुसार दनकौर के ऊंची गांव निवासी बनवारी के भतीजे विकास कुमार की शादी घोड़ी बछेड़ा निवासी मुंशी की बेटी के साथ तय हुई थी। बनवारी भतीजे की बरात लेकर घोड़ी बछेड़ा गांव पहुंचे। आरोप है कि जैसे ही बरात की चढ़त के लिए बैंड-बाजा और बग्गी तैयार होने लगी, तभी कुछ लोग विरोध करने आ गए।
ग्राम प्रधान नीटू रावल के साथ कई ग्रामीण थे। उन्होंने कहा कि यहां से दुल्हे को बग्गी में बैठाकर बरात की चढ़त नहीं होगी। बरातियों के साथ ही लड़की पक्ष के लोगों ने काफी मिन्नतें कीं, लेकिन विरोध करने वाले पीछे नहीं हटे।
मामला मारपीट तक पहुंच गया। देखते ही देखते 40-50 लोगों ने गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। 12 लोगों पर भी लाठी-डंडों से हमला किया गया।
पीडि़त पक्ष ने घोड़ी बछेड़ा के ग्राम प्रधान नीटू रावल, वेद, मोगली, शक्ति, भूरा, धीरज, गगन, बाटो, कालू, शीलू व मोहित के खिलाफ केस दर्ज कराया है।