स्थाई समाधान तलाशने की कवायद
नोएडा। डंपिंग ग्राउंड को लेकर प्राधिकरण और जिला प्रशासन स्थाई समाधान की तलाश में जुट गए हैं। जिलाधिकारी को इस मामले में कमेटी का गठन करने के लिए कहा गया है। आज से जिलाधिकारी ने डंपिंग ग्राउंड को लेकर कमेटी बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। फिलहाल सेक्टर 123 में कूड़ा डालना बंद हो चुका है। सेक्टर 54 में एनजीटी ने कूड़ा डालने पर रोक लगा दी है। अतरौली में ग्रामीण कूड़ा डालने का विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा कई अन्य स्थानों पर भी कूड़ा डालने का विरोध हो रहा है। जिसके चलते शहर में उत्पन्न होने वाला कूड़ा कहां जाए यह सवाल बरकरार है। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि फिलहाल अस्थाई समाधान ढूंढ कर कूड़े का निस्तारण कराया जा रहा है। इस हफ्ते स्थाई समाधान भी ढूंढ लिया जाएगा, इसके लिए प्रशासन प्रयासरत है। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण ने 22 जून को उनको पत्र लिखकर कूड़े से संबंधित नियम के बारे में बताया। इसी के तहत अब प्रशासन ने अपना काम शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि कानून-व्यवस्था बिगडऩे का खतरा देख सेक्टर-123 में कूड़ा डालना बंद कर दिया गया और फिलहाल आने वाले दिनों में भी नहीं डाला जाएगा। इस कारण अस्थायी रूप से शहर में कई जगह स्थान चिह्नित किए जाएंगे। सोसाइटी के सभी स्टेक होल्डर के साथ बैठक कर कूड़ा डलवाने के लिए अस्थायी व स्थायी स्थान तय किए जाएंगे। गांवों के आसपास भी वैज्ञानिक तरीके से कूड़े का निस्तारण कराया जाएगा। कोई बीमारी नहीं फैलने दी जाएगी। आज कूड़ा डालने के विरोध में गांव तिलपता और खोदना समेत सभी स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। सेक्टर-123 में कानून व्यवस्था कायम रहे इसके लिए भारी संख्या में पुलिस बल लगाया गया है।
कमेटी बनाकर समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है। इस कमेटी में शहर के जानेमाने लोगों के साथ-साथ पर्यावरणविद, पत्रकार, आरडब्ल्यूए आदि को रखा जाएगा ताकि सही निर्णय लिया जा सके।
-बीएन सिंह, जिलाधिकारी