जामा मस्जिद के इमाम ने कहा बंद नहीं होंगे फतवे
बरेली। निदा को इस्लाम से खारिज ककिए जाने वाले फतवे पर गरमाई सियासत में जहां राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष तनवीर हैदर उस्मानी ने फतवे के खिलाफ फतवे का आह्वान किया था, वही अब बरेली के शहर इमाम मुफ्ती खुर्शीद आलम ने जामा मस्जिद से एलान किया कि फतवा न वापस होगा और न इसे देने का सिलसिला बंद किया जाएगा। आला हजरत के दौर से अब जानशीन ताजुश्शरिया तक सवाल के जवाब में फतवा दिए जाते रहे हैं और रहेंगे।
बरेली शहर इमाम मुफ्ती खुर्शीद आलम जुमे की नमाज के खुबे से पहले लोगों को संबोधित कर रहे थे। अपनी तकरीर में इमाम ने हज की तफसील बयान की और फिर फतवे पर शरीयत के हुक्म पर बोले। उन्होंने कहा कि सलसिला आला हजरत के दौर से मुफ्ती आजम ङ्क्षहद, ताजुश्शरिया और अब ताजुश्शरिया के जानशीन तक जारी है। दरगाह आला हजरत से पहले भी ऐसे फतवे जारी हुए हैं, जो हुकूमतों को नागवार गुजरे हैं लेकिन तमाम दबाव के बाद उन्हें वापस नहीं लिया गया। शहर इमाम ने इसके लिए मुफ्ती आजम ङ्क्षहद मुस्तफा रजा खां के नसबंदी वाले फतवे का जिक्र भी किया। जब फतवा वापस लेने के लिए दबाव बना तो मुफ्ती आजम ङ्क्षहद ने कह दिया था कि यह मुस्तफा रजा खां ने दिया है, वापस नहीं होगा। यह बात मौजूदा दौर में भी कायम रहेगी। शहर इमाम ने कहा कि शरीयत की रोशनी में दिए गए फतवे वापस नहीं होते। मुफ्तियान-ए-कराम की जिम्मेदारी है कि वे सवाल के जवाब में शरीयत के हुक्म को आवाम के सामने रखें। शहर इमाम ने नमाज के बाद मुल्क में अमन चैन और खुशहाली की दुआ भी की।