जनरल सुलेमानी का बदला, 80 अमेरिकी सैनिकों की मौत का दावा
नई दिल्ली। इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हुए हमले में 80 सैनिकों की मौत हुई है. यह दावा ईरानी मीडिया ने किया है। ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद मंगलवार देर रात ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दर्जनभर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। फिलहाल पेंटागन नुकसान का आकलन कर रहा है। इस बीच ईरानी मीडिया ने दावा किया है कि ईरानी मिसाइल हमले में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं।
अमेरिका ने की पुष्टि :समाचार एजेंसी इस्ना के मुताबिक, आज सुबह, (ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड) के साहसी लड़ाकों ने ‘ओह जाहराÓ कोड के साथ आतंकवादी अड्डे और आक्रामक अमेरिकी फोर्सेज ‘एन अल असदÓ पर मिसाइलें दाग कर ऑपरेशन शहीद सुलेमानी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। एबीसी न्यूज ने बताया कि एक अमेरिकी अधिकारी ने पुष्टि की है कि इराक में कई अमेरिकी सैन्य अड्डों पर ईरान के अंदर से ‘बैलिस्टिक मिसाइलोंÓ को दागा गया, जिसमें उत्तरी इराक में एरबिल और पश्चिमी इराक में अल असद एयर बेस शामिल हैं।
सहयोगी देशों पर भी खतरा : रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के रिवॉल्युशनरी गार्ड्स ने अमेरिकी एयरबेस पर हमले को ‘शहीद सुलेमानीÓ ऑपरेशन का नाम दिया और ताबड़तोड़ कई मिसाइलें दागीं। इस घटना के बाद ईरानी के एक एटमी प्लांट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है क्योंकि उस पर अमेरिकी हमले की आशंका मंडराने लगी है।
समाचार एजेंसी इस्ना से एक ईरानी अधिकारी ने कहा कि उन देशों पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं जहां ईरान के आसपास अमेरिकी सैन्य ठिकाने बने हैं. ईरान पहले भी अमेरिका सहित उसके सहयोगी देशों को कड़े अंजाम भुगतने की चेतावनी दे चुका है. इसके बाद कनाडा ने इराक से अपने सैनिकों को कुवैत भेजने पर विचार किया है।