गो-तस्करी के शक में पीट-पीटकर ली जान
अलवर। राजस्थान के अलवर में एक बार फिर गो-तस्करी के शक में एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या का मामला सामने आया है। खबरों के अनुसार, मृतक दो गाय लेकर जा रहा था। तभी कुछ लोगों ने गोतस्करी का आरोप लगाकर पीडि़त को पीटना शुरू कर दिया। मृतक का नाम अकबर बताया जा रहा है।]मामला अलवर जिले के रामगढ़ इलाके के गांव लल्लावंडी का है जहां शुक्रवार रात स्थानीय लोगों ने अकबर को गो-तस्कर बताकर पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है लेकिन अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मामले की निंदा कर कहा, अलवर जिले में गाय के बछड़ों को ले जाने वाले शख्स की कथित रूप से हत्या निंदनीय है। दोषियों के खिलाफ हर संभव कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अलवर के एएसपी अनिल बेनिवाल ने कहा, यह अभी साफ नहीं है कि वह गो-तस्कर थे या नहीं। बॉडी पोस्टमॉर्टम के लिए भेजी जा चुकी है। हम आरोपियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तार करेंगे। वहीं अलवर के सांसद करण सिंह यादव ने मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस मामले में एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिक्रिया देकर मोदी सरकार पर प्रहार किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, गाय को संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीने का नैतिक अधिकार है और एक मुस्लिम को मारा जा सकता है क्योंकि उनके ‘जीनेÓ का नैतिक अधिकार नहीं है। मोदी शासन के चार साल- लिंच राज। बता दें कि इससे पहले 2017 में अलवर में ही 55 साल के पहलू खान की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के बाद देशभर में जबरदस्त आक्रोश फैला था। जिस वक्त पहलू पर हमला हुआ उस वक्त वह राजस्थान में गाय खरीदने के बाद हरियाणा जा रहे थे। डेयरी बिजनस करने वाले पहलू खान की हमले के 2 दिन बाद मौत हो गई थी। भीड़ ने उन्हें पशु तस्कर समझकर हमला किया था। मामले में राजस्थान पुलिस ने 6 आरोपियों को क्लीनचिट दे दी थी जबकि 9 अन्य आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला चलाए जाने की बात कही थी।
संसद में गूंजने के बाद भी नहीं हुआ असर: संसद में मॉब लिंचिंग पर जोरदार बहस हुई। लेकिन लगता है इसका कोई असर गौ रक्षकों पर नहीं हुआ है। इससे पहले भी इसी तरह की कई घटनाएं घटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गौ रक्षकों खरी खोटी सुनाई लेकिन लगता है कि इन सब बातों का कोई असर नहीं हुआ।