- अब तक हो चुकी हैं 27 मौतें,
- इडुक्की बांध के सभी गेट खोले गए,
- हर एक सेकंड में निकल रहा है 5 लाख लीटर पानी
उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड, बिहार, पश्चिमी बंगाल, सिक्किम, मध्यप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में अगले तीन दिन भारी बारिश होने की मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है।
नर्ई दिल्ली। केरल में बाढ़-बारिश का कहर जारी है। शुक्रवार को हालात और बिगड़ गए। रिहाइशी इलाकों में पानी बढऩे का खतरा है। इडुक्की में बीते दो दिन में 10 हजार लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया। अगले 24 घंटे में और बारिश होने का अनुमान है।
मुन्नार में भूस्खलन के बाद 60 सैलानी फंसे गए हैं, इनमें कुछ विदेशी भी हैं। केरल में हालात से निपटने के लिए सेना की 8 टुकडिय़ों को अलग-अलग इलाकों में तैनात किया गया। राहत कार्य के लिए एयरफोर्स ने दो हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं। राज्य में अब तक बारिश से 27 लोगों की मौतं हो चुकी हैं। उधर, मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक 21 राज्यों में भारी बारिश का टेतावनी जारी की है।
उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड, बिहार, पश्चिमी बंगाल, सिक्किम, मध्यप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में अगले तीन दिन भारी बारिश होने की मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है।
केरल में बाढ़ और भूस्खलन से 27 लोगों की मौत हो चुकी है। आपदा प्रबंधन अधिकारियों के मुताबिक, सबसे ज्यादा इडुक्की जिले में 11 लोगों की जान गई। यहां अब तक 10 हजार लोगों को राहत शिविरों में भेजा जा चुका है। नदियों के उफान पर होने के कारण राज्य के 24 बांध खोल दिए गए। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने केरल में 10 करोड़ रुपए और राहत सामग्री भेजने के निर्देश दिए। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैंने केरल के मुख्यमंत्री से बात की है। वह केंद्र सरकार द्वारा मिल रही सहायता से खुश हैं। उन्होंने बताया कि हरेक डिपार्टमेंट अच्छे से सहयोग कर रहा है। अगर कोई अन्य सहायता की जरूरत होगी तो वह मुझे बताएंगे।