एफआईआर कराने में वरदान साबित हो रहा ट्विटर, थाना प्रभारी समेत 12 सस्पेंड
नोएडा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को डिजीटल बनाने की ओर अग्रसर है। यहीं कारण है कि ज्यादातर सरकारी काम ऑनलाइन करने पर जोर दिया जा रहा है। पुलिस को भी ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया साइट्स के माध्यम से सक्रिय किया गया है। जनता और पुलिस की दूरी घटाने की यह अच्छी कोशिश है। उत्तर प्रदेश का सबसे हाईटेक माने जाने वाले जिला गौतमबुद्ध नगर पुलिस ट्विटर के लिए भी सुर्खिया बटोर रहा है। नोएडा पुलिस ञ्ज2द्बह्लह्लद्गह्म् पर शिकायत करते ही फरियादी को तत्काल जवाब मिलता है। इतना ही नहीं एसएसपी और नोएडा पुलिस ट्विटर अकाउंट हैंडल करने वाले लोग इतने संवेदनशील है कि जैसे ही कोई व्यक्ति पुलिस से संबंधित शिकायत का संदेश ट्विटर पर डालता है तो उसकी समस्या का हल चंद मिनटो में कराने की कोशिश की जाती है। वैसे तो प्रदेश भर में ट्विटर अकाउंट चलाए जा रहे है मगर जितना तेज नोएडा पुलिस का ट्विटर पर काम है उतना शायद ही किसी अन्य जिले में तेजी से पुलिस काम करती होगी। ट्विटर हैंडिल करने के लिए एक इस्पेक्टर व चार कांस्टेबल है। एसएसपी डा. अजय पाल का दावा है कि एक बार ट्विटर पर कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह की शिकायत करके देखे तो उसे पुलिस की सक्रियता का खुद ब खुद पता चल जाएगा।
ट्रैफिक जाम की सबसे ज्यादा शिकायतें
नोएडा पुलिस के ट्विटर पर सबसे ज्यादा शिकायतें शहर में अलग-अलग चौराहों पर लगने वाले जाम की है। ट्विटर पर नोएडा पुलिस से ज्यादातर लोग ट्रैफिक जाम की शिकायतें करते है। शिकायत मिलते ही तत्काल प्रभाव से शिकायत का निस्तारण किया जाता है।एफआईआर दर्ज नहीं तो ट्वीट करेंकिसी थाने में आपको पुलिस चक्कर कटवा रही है तो जरा सजग हो जाए। अधिकारियों को थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों की शिकायत ट्विटर पर दे सकते है। अब तक दर्जनों ऐसे मामले है जिसमें नोएडा पुलिस की ट्विटर ने थानों में रिपोर्ट दर्ज कराई है। ट्विटर को सीधे एसएसपी द्वारा मोनिटर किया जाता है। पहले ट्विटर अकाउंट साइबर सैल पुलिस के द्वारा लेकिन जब से यह काम साइबर सैल के स्थान पर दूसरे पुलिसकर्मियों को दिया गया है। तब से ट्विटर पर आने वाली शिकायतें भी अधिक हुई है। थानों में पुलिस द्वारा गुड वर्क किया जाता है जिसे तुरंत ट्विट कर पुलिस एक-दूसरे को बधाई भी देती है। तुंरत जवाब देने के लिए नोएडा पुलिस का ट्विटर रैकिंग के हिसाब से अव्वल है।