नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज युवाओं के लिए खुद को साबित करने का मौका है। भारत को गुरुवार से वेस्टइंडीज के साथ दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेलना है। चयनकर्ताओं ने इस सीरीज के लिए कई युवा खिलाडिय़ों को मौका दिया है। इनमें सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल, मोहम्मद सिराज और हनुमा विहारी शामिल हैं। रहाणे ने अभ्यास के बाद मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, पृथ्वी, सिराज और मयंक जैसे युवा खिलाडिय़ों ने भारत-ए के लिए हाल में अच्छा प्रदर्शन किया है। इन खिलाडिय़ों का घरेलू सीजन अब तक काफी अच्छा रहा है। उन्हें इस टीम के नियम पता है। हालांकि मुझे लगता है कि टीम प्रबंधन भी इनका काफी समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा, इन खिलाडिय़ों के लिए यह जरुरी है कि वे भविष्य को भूलकर अच्छा प्रदर्शन करने पर ध्यान दें। मुझे लगता है कि यह सीरीज इन युवा खिलाडिय़ों के लिए खुद को साबित करने का मौका है।
भारतीय उपकप्तान ने मैच को लेकर कहा, जब भी आप वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीमों के साथ खेलते हैं तो एक टीम के रूप में हमारे लिए यह जरुरी हो जाता है कि हम व्यक्तिगत तौर पर भी और एक टीम के रूप में भी अपने खेल में कैसे सुधार करें। हम अच्छा क्रिकेट खेलने जा रहे हैं।” मुंबई के सलामी बल्लेबाज शॉ इस सीरीज के जरिए टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर सकते हैं। उन्होंने हाल में भारत-ए के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।
रहाणे ने कहा, मुझे शॉ के लिए खुशी है। मैंने उन्हें करियर की शुरूआत से देखा है। हम साथ में अभ्यास करते थे। वह आक्रामक सलामी बल्लेबाज हैं और भारत-ए के लिए अच्छा खेलने का फल उन्हें मिला है। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। मुझे उम्मीद है कि वह अच्छा खेलेंगे। मैं चाहता हूं कि वह उसी तरह खेले जैसे मुंबई और भारत-ए के लिए खेलते हैं।