सीएम योगी की कर्मस्थली गोरखपुर के युवकों को विदेश भेजने के नाम पर ठगा, अब पुलिस ने की ये कार्रवाई
1 min read

सीएम योगी की कर्मस्थली गोरखपुर के युवकों को विदेश भेजने के नाम पर ठगा, अब पुलिस ने की ये कार्रवाई

लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। अब तक दो फेज के मतदान हो चूके हैं, लेकिन नेताओं के भाषणों में रोजगार नाम का शब्द आप ढूंढ़ते रह जाओगे। यही कारण है कि बेरोजगारी का फायदा उठाकर ठग नवयुवकों को ठग रहे। ये युवक नौकरी की चाहत में अपना सब कुछ दांव पर लगा देते हैं। ऐसा ही देखने को मिला थाना सेक्टर 49 जहाँ नोएडा पुलिस ने ठगों को गिरफ्तार किया, तो उनके कब्जे से 104 पासपोर्ट बरामद किए। दो ठग गिरफ्तार किए गए। पुलिस का दावा की ये दोनों काफी लंबे सब ऐसे ठगी का काम कर रहे थे। फिलहाल इनके कब्जे से विदेशी राज्यों की मुहरें के साथ साथ कंपनियों के भी मुहरें बरामद की गई है। नोएडा डीसीपी विद्या सागर मिश्रा, एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्रा और एसीपी तृतीय काव्या अग्रवाल ने बताया कि बेरोज़गारों को ठगने वालों के खिलाफ़ पुलिस पिछले कुछ समय से कार्रवाई रही है। इसी कड़ी में पता चला की नोएडा के होशियारपुर गांव में दफ्तर लेकर बेरोज़गारों को ठगा जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक करीब 150 से 200 युवकों को ये ठाकुर अपना शिकार बना चुका है। पिछले 5 साल से ये ठगी का काम कर रहे थे। सोशल साइट पर ऐडवर्टाइजमेंट के माध्यम से ये युवाओं को अपना निशाना बनाते है।

यह भी पढ़े : Loksabha Election: रायबरेली सीट से राहुल गांधी का नामांकन, मां-बहन भी रहीं मौजूद

 

अपराध करने का तरीका
डीसीपी ने बताया कि इशाक यूनुस उर्फ रॉबिन उर्फ जीतेंद्र इस गैंग का सरगना है। यही पिछले पांच छह सालों से ठगी की घटनाओं को अंजाम देता है। दूर दराज से आए बेरोज़गारों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ये उनसे 80 से 90 हजार रुपये ठगते थे। किसी के पास यदि कम कागजात है तो उनके कागज बनाने के नाम पर भी मोटी रकम वसूलते है। ज्यादातर जॉर्डन, सऊदी अरब, कतार और दुबई में नौकरी लगवाने का झांसा दिया करते थे।

सोशल साइट्स पर करते थे प्रचार
ये ठग सोशल साइट्स पर अपना जमकर प्रचार किया करते थे। अपनी फर्जी फर्म के जरिये युवकों को सुनहरी नौकरी का खाब दिखाते थे और फिर उनसे वसूली करते थे। इतना ही नहीं यह भी कहा करते थे तुम लोग आओ रेट कम कर देंगे। जादातर युवक गोरखपुर से ताल्लुक रखते हैं। इस संबंध में जय हिन्द जनाब ने युवकों से बातचीत तो पता चला कि ये सभी नौकरी की तलाश में काफी समय से है और इसीलिए इनको लगा कि नौकरी मिल जाएगी। तभी उन्होंने इन ठगों को पैसा देना शुरू कर दिया।

यहां से शेयर करें