Flood Situation In Noida Delhi And Jewar: नोएडा और ग्रेनो में को यमुना नदी उफान पर रही। लगभग पूरा डूब क्षेत्र जलमग्न हो गया। यदि ऐसा ही रहा तो नोएडा में बनी सेकड़ों आईटी कंपनिया पानी पानी हो जाएगी। हथनीकुड से ऐसे ही लगतार पानी छोड़ा गया तो सेक्टर 94 से लेकर सेक्टर 150 तक यमुना नदी बांध के किनारे वाले सभी सेक्टरों में पानी घुस जाएंगा। इससे प्राधिकरण ही नही यहां कंपनियों वालों की बैचेनी बढ गई है। दरअसल, सेक्टर-151 और 150 के समेत डूब क्षेत्र मेें बने फार्म हाउस डूब चुके हैं। वहीं जिले के 14 से अधिक गांव बाढ़ प्रभावित हैं। डूब क्षेत्र से 20,000 से अधिक लोगों को बाहर निकाला गया है। इनमें 2500 से अधिक लोगों को शरणालयों में जगह दी गई है। जबकि बड़ी संख्या में लोगों ने पुश्ता पर डेरा डाल दिया है।
लगातार हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा जा रहा पानी
हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी के कारण गौतमबुद्ध नगर में यमुना उफान पर है। नोएडा से लेकर ग्रेटर नोएडा और जेवर तक डूब क्षेत्र का ज्यादातर हिस्सा जलमग्न हो गया है। बीते दिन यानी बुधवार को हालात खराब होते चले गए। ऐसा माना जा रहा है कि आज पानी का स्तर और अधिक बढ गया है। ओखला बैराज पर जलस्तर करीब 200.90 मीटर पहुंच गया है। जो खतरे के निशान से मात्र 0.40 मीटर नीचे है।

20 हजार से अधिक लोगों सुरक्षित स्थानों पर रखा
ब्ता दें कि जिला प्रशासन ने बचाव अभियान तेज कर दिया है। करीब 20 हजार से अधिक लोगों के साथ ही करीब 3000 हजार मवेशियों को भी बाहर निकला गया। इनमें से प्रशासन के पुश्ता शिविर में 1471 गोवंशों को पहुंचाया गया।
छह रिस्पांस टीमों को किया तैनात
प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र में छह रिस्पांस टीमें तैनात कर दी हैं। सभी टीमों को तत्काल मदद के लिए मौके पर पहुंचने को कहा गया है। साथ ही एक एंटी स्नेक वेनम टीम को भी तैनात की गई है। जिससे सांप काटने की घटना होने पर पीड़ित को तत्काल इलाज मिल सके।

बारिश ने बढ़ा दीं मुश्किलें
बाढ़ के कारण डूब क्षेत्र के लोगों ने पुश्ता पर डेरा डाला हुआ है, लेकिन वहां बारिश उनकी मुश्किलें बढ़ा रही है। तिरपाल के नीचे बसेरा बनाने वाले लोग बारिश के दौरान बचाव करते दिखे। बारिश से उनका सामान भी भीग गया। हालांकि प्रशासन की तरफ से तिरपाल भी उपलब्ध कराई गई, लेकिन वो काफी नहीं थी।

यमुना के साथ साथ हिंडन के निचले इलाकों में पानी भरा
यमुना नदी के साथ साथ हिंडन नदी में भी जलस्तर बढ़ने से चोटपुर, छिजारसी समेत आसपास के इलाकों में घरों में पानी भर गया है। हालत बिगड़ते देख कई लोग घर खाली करके रिश्तेदारों और परिचितों के यहां पहुंच गए हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि सुबह से ही नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। दोपहर तक पानी कई घरों के अंदर तक पानी घुस गया।
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