यमुना नदी उफान पर: नोएडा के कई इलाके कराए खाली, डीएम ने संभाली कमान, स्कूलों की छुट्टी, इन रास्तों पर होगा भारी Traffic
नोएडा।लगातार हो रही बारिश और हथिनी कुड से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी भी उफान पर आ गई है। हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में करीब 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गौतमबुद्धनगर के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। वहीं कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इसे देखते जिला प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। बता दें दोपहर 2 बजे तक यमुना का जलस्तर 208.62 मीटर पर पहुंच गया। यह खतरे के निशान 205 मीटर से 3 मीटर ज्यादा है। इसका असर जिला गौतमबुद्धनगर के डूब क्षेत्र में पड़ने वाले गांवों पर भी साफ देखा जा रहा है।
नोएडा में ओखला बैराज से सेक्टर 168 (Noida – Greater Noida Expressway) तक जलभराव हो गया है। जिले के कई गांवों में 5 से 6 फीट तक पानी भर गया है। यहां से निकालकर लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में फार्म हाउसों में भी पानी घुस गया है। डूब क्षेत्र में बने इन फार्म हाउस व नर्सरी में काम करने वाले हजारों लोगों को बाढ़ के कारण विस्थापित होना पड़ रहा है। प्रशासन की तरफ से डूब क्षेत्र में एहतियातन करीब पंद्रह किलोमीटर क्षेत्र को खाली करा लिया गया है। मौके पर राहत व खाद्य सामग्री बांटी जा रही है। कई लोग पुस्ता रोड़ / बांध पर शरण ले ली है। डूब क्षेत्र में स्थित गोशाला से गायों को सुरक्षित निकालने का काम पुलिस एनडीआरएफ की टीम ने किया है। पुलिस लोगों को ट्रैक्टर से बाहर निकाल रही है।
हालातों के मद्देनजर डीएम मनीष वर्मा (DM Manish Verma) ने एडीएम ई, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ यमुना नदी से सटे गांवों में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। डीएम ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों को स्थिति पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने दोस्तपुर मंगरौली, नगला नगली, शाकपुर, नंगली वजूदपुर में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। साथ ही उन्होंने रेस्क्यू किए गए लोगों के लिए जो शेल्टर होम बनाए गए हैं उनका भी निरीक्षण किया।
प्रभावित लोगों की सभी मूलभूत सुविधाएं एवं खानपान की व्यवस्था पुख्ता करने के दिए निर्देश
डीएम मनीष वर्मा ने अधिकारियों से बाढ़ प्रभावित लोगों की सभी मूलभूत सुविधाएं एवं खानपान की व्यवस्था पुख्ता प्रबंध करने को कहा है। डीएम मनीष कुमार वर्मा ने यमुना नदी के किनारे ग्रामीणों को सचेत करते हुए आह्वान किया है कि अभी आगामी कुछ घंटों तक यमुना नदी का जलस्तर निरंतर बढ़ेगा। इसलिए सभी सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं। मालूम हो कि यमुना नदी से सटे गांव सफीपुर, मकनपुर, लतीफपुर, मोमनाथल, याकूतपुर, बदौली बांगर समेत 10 गांव में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। कई गांवों में पानी भी घुस गया है तथा खेतों पानी भर गया है। वहीं कई गांव में बाढ़ का खतरा लगातार बना हुआ है। लोग बाढ़ से बचने के लिए मवेशी समेत गांव से पलायन कर रहे हैं।
नोएडा के सभी स्कूलों की छुट्टी
नोएडा में कल भारी बारिश की आशंका और यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए डीएम नोएडा ने 14 जुलाई को 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिया है। हालांकि बच्चे आॅनलाइन माध्यम से पढ़ाई जारी रख सकेंगे। इस बात की जानकारी स्कूलों की तरफ से अभिभावकों को मैसेज भेजकर दी गई है। दरअसल, नोएडा के कई सेक्टरों में पानी भर गया है। इसकी वजह से यातायात प्रभावित हो गया है।
कालिंदी कुंज और डीएनडी मार्ग से बचने की सलाह
यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण ट्रैफिक व्यवस्था भी प्रभावित होने लगी है। इसके चलते नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने वाहन सवार लोगों को अगले 24 घंटे कालिंदी कुंज और डीएनडी मार्ग का इस्तेमाल करने से बचने की सलाह दी है। ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करने की अपील की है। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे से आकर ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से कांलिदी कुंज/डीएनडी बॉर्डर होकर जाने वाले वाहन चिल्ला रेडलाइट से दिल्ली में प्रवेश कर सकते हैं। यमुना एक्सप्रेसवे से आकर ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से कांलिदी कुंज/डीएनडी बॉर्डर होकर दिल्ली जाने वाला यातायात परीचौक से कासना होकर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से गंतव्य की ओर जा सकेगा। ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे होकर दिल्ली/गाजियाबाद की ओर जाने वाला यातायात परीचौक से सूरजपुर, बिसरख, किसान चौक होकर गंतव्य की ओर जा सकेगा। ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे होकर दिल्ली/गाजियाबाद की ओर जाने वाला यातायात सेक्टर-18 से एलिवेटेड मार्ग होकर गंतव्य की ओर जा सकेगा। आवश्यक वस्तु सेवा और आकस्मिक सेवा के वाहनों को आवश्यकतानुसार गंतव्य की ओर भेजा जाएगा।
असुविधा होने पर संपर्क करें
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार वाहन चालक कालिंदी कुंज और डीएनडी मार्ग पर आवागमन करने से बचें। अत्यधिक आवश्यकता होने पर ही चिल्ला बॉर्डर एवं अन्य वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल कर गंतव्य की ओर जाएं। असुविधा होने पर यातायात हेल्पलाइन नंबर 9971009001 पर संपर्क कर मदद ली जा सकती है।