Greater Noida News: बिना अनुमति अवैध रूप से अलीगढ़ के टप्पल और आसपास के गांवों की जमीनों पर प्लॉटिंग और अवैध निर्माण चालू थे। मंगलवार को यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण – यीडा की टीम ने अलीगढ़ पुलिस के साथ कार्रवाई कर यहां निमार्णों पर बुलडोजर चला दिया। करीब 1200 करोड़ रुपये की जमीन खाली कराई गई है।
अधिकारियों के मुताबिक, सुबह तड़के ही आधा दर्जन बुलडोजर लेकर यीडा की टीम मौके पर पहुंच गई। इसके बाद अलीगढ़ पुलिस और स्थानीय प्रशासन के साथ संयुक्त कार्रवाई शुरू की गई। दोपहर बाद तक चले तोड़ने के अभियान में करीब 300 एकड़ जमीन खाली कराई गई है। यह क्षेत्र यमुना प्राधिकरण के नोटिफाइड एरिया में शामिल है। इसके बाद भी यहां प्लॉटिंग कॉलोनाइजर्स कर रहे थे। नोटिस के बाद भी अवैध प्लॉटिंग और लोगों को फंसाने का काम यहां चालू रहा। इसके बाद सीईओ राकेश कुमार सिंह के आदेश पर यहां प्राधिकरण ने तोड़ने का अभियान चलाया। सीईओ ने आदेश किया है कि इन कॉलोनाइजर्स के खिलाफ एफआईआर भी कराई जाए।
कार्रवाई की अगुआई कर रहे ओएसडी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि अधिसूचित क्षेत्र में यह निर्माण अलीगढ़ जनपद में शामिल टप्पल, हामिदपुर और स्यारोल में चल रहे थे। यहां कार्रवाई के लिए अलीगढ़ के डीएम और एसएसपी से भी सहयोग मांगा गया था। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसे में यीडा पुलिस के अलावा अलीगढ़ पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। कार्रवाई के दौरान ओएसडी शिव औतार सिंह, अभिषेक शाही, कृष्ण गोपाल त्रिपाठी, सीओ अलीगढ़ पुलिस महेश कुमार, यीड़ा पुलिस के सीओ धर्मेंद्र कुमार चौहान व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
दो कॉलोनियों के तोड़े गए निर्माण
अभियान में खासतौर पर द ग्रैंड कॉलोनाइजर, वृंदावन कॉलोनी में हुए विकास कार्य और निर्माण पूरी तरह तोड़ दिए गए। इसके अलावा दूसरे कॉलोनाइजर्स द्वारा प्लॉटिंग के उद्देश्य से कराए गए निर्माण को भी ध्वस्त कर दिया गया। ओएसडी शैलेंद्र सिंह का कहना है कि अभियान चालू रहेगा। निवेशक भी सतर्क रहें। अवैध कालोनियों में निवेश नहीं करें।
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