पहलवानों को मिला 1983 विश्व कप जीतने वाली टीम इंडिया का साथ

आंदोलन कर रही महिला पहलवानों के प्रदर्शन ओर बल मिला है। उनके समर्थन में 1983 विश्व कप जीतने वाली टीम इंडिया के खिलाड़ी भी उतर आए हैं। 28 मई को महिला पहलवानों के साथ ही हुई हाथापाई और दुर्व्यवहार के खिलाफ भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने आवाज उठाई है। खिलाड़ियों ने बयान जारी कर कहा कि चैंपियन पहलवानों के साथ मारपीट के अशोभनीय दृश्यों से व्यथित और परेशान हैं। हालांकि इससे पहले किसान भी अपना समर्थन दे चुके है। बता दें कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है।

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इसके विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर 18 जनवरी से बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक धरने पर बैठे थे। उधर, 28 मई को नई संसद की तरफ मार्च करने के दौरान दिल्ली पुलिस के साथ इनकी झड़प हुई। इसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया और बाद छोड़ भी दिया गया था, जिसके बाद पहलवान अपने मेडल गंगा में प्रवाहित करने के लिए हरद्विार पहुंचे थे। हमें सबसे अधिक चिंता इस बात की भी है कि वे अपनी मेहनत की कमाई को गंगा नदी में बहाने की सोच रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि एक एक करके खिलाड़ियों को समर्थन मिलता जा रहा है जिससे वे ओर मजबूत स्थिति में आ गए है। हालांकि बृजभूषण शरण सिंह ने अपने समर्थन में होने वाली महारैली को स्थगित करने की घोषणा कर दी है।

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