दबाव के आगे झुके बिना मेहनत और ईमानदारी से करें काम: एलजी

नई दिल्ली। वीके सक्सेना ने शुक्रवार को दिल्ली के उपराज्यपाल के तौर पर अपना एक साल का कार्यकाल पूरा कर लिया। इस मौके पर राज्यपाल की निगरानी में राष्ट्रीय राजधानी में किए गए कार्यों को सूचीबद्ध किया गया। राजनिवास प्रशासन की ओर से दावा किया गया कि राष्ट्रीय राजधानी ने बीते एक साल में एलजी की अगुवाई में जितने काम कराए गए हैं उतने काम बीते एक दशक में नहीं हुए। एक कार्यक्रम में आईएएस अधिकारियों को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने उनसे बिना किसी दबाव के कड़ी मेहनत और ईमानदारी से काम करने का आह्वान किया।

 

अधिकारियों से किया बिना किसी दबाव के कड़ी मेहनत और ईमानदारी से काम करने का आह्वान
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने अपने संबोधन में कहा- दबाव के आगे झुके बिना कड़ी मेहनत और ईमानदारी से काम करें। कोई भी आपको नहीं छू सकता है। आपको कोई नुकसान नहीं होगा। दिल्ली ने बीते एक दशक के दौरान इतना कुछ नहीं देखा है। गौर करने वाली बात यह कि उपराज्यपाल का यह बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी और भाजपा शासित केंद्र सरकार के बीच खींचतान तेज हो गई है।

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वीके सक्सेना ने दिल्ली में उपराज्यपाल कार्यालय की अगुवाई में कराए गए विभिन्न कार्यों का हवाला देते हुए कहा कि हमने आपके सहयोग से बीते एक साल में इतना काम कराया है जितना 10 साल में भी नहीं कराया जा सकता था। पिछले एक साल में दिल्ली में 17 हजार लोगों को पक्की नौकरी दी गई। अत्यधिक प्रदूषित यमुना में एक प्रत्यक्ष बदलाव आया है। उम्मीद है कि नदी अपने पहले के गौरव को बहाल कर लेगी।
नदी की सफाई के लिए उच्च स्तरीय समिति का किया गया था गठन

उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि नदी की सफाई की निगरानी 28 साल तक सुप्रीम कोर्ट और फिर आठ साल तक नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा की गई, लेकिन परिणाम ‘शून्य’ निकला। एनजीटी के 8 जनवरी के आदेश के बाद यमुना की सफाई के लिए उपराज्यपाल की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया था। अधिकारी वहीं है लेकिन कार्य पद्धति का नतीजा है कि नदी की साफ सफाई में उल्लेखनीय बदलाव नजर आया है।

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जुनून और समर्पण के सामने कोई भी काम मुश्किल नहीं
एलजी वीके सक्सेना ने अपने संबोधन में दिल्ली जल बोर्ड के एक सहायक अभियंता का उदाहरण दिया जो अपने भाई की मृत्यु के बावजूद एक दिन की छुट्टी के बाद काम पूरा करने के लिए ड्यूटी पर लौट आया था। एलजी ने कहा- जुनून और समर्पण के सामने कोई भी काम मुश्किल नहीं है। शहर के तीन कचरा डंप यार्डों को हटाने के काम में बीते एक साल में काफी तेजी आई है। ये डंपिंग यार्ड राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक धब्बे की तरह थे। एमसीडी के अधिकारियों की ओर से पिछले एक साल में किया गया काम अविश्वसनीय है। इन डंपों की ऊंचाई 30 मीटर तक कम कर दी गई है।

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