एचआरआईटी में महिला कर्मचारियों का योगदान” विषय पर सेमिनार का आयोजन
ghaziabad news भारतीय रिसर्च एंड डेवलपमेंट संस्थान और राष्ट्रीय महिला आयोग ने संयुक्त रूप से एचआरआईटी विश्वविद्यालय में असंगठित क्षेत्र में महिला कर्मचारियों का योगदान” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया।
एचआरआईटी विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ. अनिल अग्रवाल, प्रो-चांसलर डॉ. अंजुल अग्रवाल, कुलपति डॉ. डी.के. शर्मा, प्रो-वाइस चांसलर डॉ. एन.के. शर्मा, मुख्य अतिथि सुधीर कुमार सक्सेना (पूर्व न्यायाधीश, इलाहाबाद उच्च न्यायालय), और अन्य गणमान्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन, सरस्वती वंदना, और राष्ट्रगान कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
बीआइआरडी की चेयरपर्सन डॉ. रत्ना पांडेय ने कहा, “देश की कामगारों की संख्या में महिलाओं की भागीदारी में वर्ष 2023-24 में 25 फीसदी है। महिलाओं काक देश के विकास में भी अहम योगदान है। हालांकि यह उत्साहजनक है, लेकिन इसका बड़ा हिस्सा असंगठित क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती संख्या से जुड़ा है, जो चिंता का विषय है।”
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उन्होंने कहा कि असंगठित क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा का अभाव रहता है। पितृसत्तात्मक समाज में महिलाओं को वेतन और अवसरों में समानता से वंचित रखा जाता है। उन्होंने सरकार से असंगठित क्षेत्र में महिलाओं के लिए कठोर और प्रभावी नियम बनाने की अपील की।
मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि महिलाओं को समानता और सुरक्षा प्रदान करना समाज की प्राथमिकता होनी चाहिए।
सेमिनार में यह रहे मौजूद
इस मौके पर एचआरआईटी विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के डीन डॉ. धर्मेंद्र (डीन, लॉ), डॉ. पी.एस. कौशिक, प्रो. उमेश कर सिंह (डीन, फामेर्सी), डॉ. पूजा अरोड़ा, डॉ. शबनम जैदी (मुख्य लाइब्रेरियन),पूजा चौधरी और अतुल भूषण, छात्र ऋषभ, नितिका, नंदिनी, तान्या, गरिमा, श्वेता, वैभव, बाबुल, मयंक और दिव्या का विशेष सहयोग रहा।
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