घटना की पूरी कथा
पीड़िता, जो एक गृहिणी हैं, अपने पति, भाई और दोस्तों के साथ क्लब में पार्टी कर रही थीं। सुबह करीब 4:15 बजे, जब वे अपनी टेबल पर बैठे थे, तभी जुनैद खान, नासिर खान और उनके साथियों ने उनसे झगड़ा शुरू कर दिया। शिकायत के अनुसार, आरोपी समूह ने पीड़िता को शारीरिक रूप से घसीटा, छुआ और यौन उत्पीड़न का प्रयास किया। जब पीड़िता का भाई उन्हें बचाने के लिए आगे आया, तो आरोपी पक्ष ने कांच की बोतलें और ग्लास फेंक दिए।
पीड़िता ने अपनी शिकायत में लिखा, “हम खुशी से पार्टी कर रहे थे, तभी कुछ लोग हमसे लड़ने लगे। जुनैद खान, नासिर खान और उनके दोस्तों ने मुझे शारीरिक रूप से हमला किया और यौन शोषण करने की कोशिश की। मेरे भाई ने मुझे बचाने की कोशिश की, तो उन्होंने उस पर बोतलें फेंकीं। हम होटल से भागने की कोशिश की, लेकिन जुनैद ने करीब 20 और लड़कों को बुला लिया और फिर से हमला शुरू कर दिया।”
पीड़िता ने इमरजेंसी नंबर 100 पर कॉल की, लेकिन आरोपी समूह ने सभी दरवाजे ब्लॉक कर दिए। डर के मारे पीड़िता और उनका परिवार क्लब के लिकर रूम में छिप गए और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। वे वहां करीब 30 मिनट से ज्यादा समय तक छिपे रहे, जब तक पुलिस नहीं पहुंची। इस दौरान आरोपी फोन पर पीड़िता को धमकी देते रहे। पीड़िता ने अपनी शिकायत के साथ मेडिकल रिपोर्ट और क्लब के सीसीटीवी फुटेज का जिक्र भी किया है।
यह घटना दो महीने में क्लब में हुई दूसरी ऐसी मारपीट है। पिछले महीने, एक कक्षा-12 की छात्रा को इसी क्लब में बीयर की बोतलों से हमला कर आंखों में चोट पहुंचाई गई थी।
आरोपी का बैकग्राउंड और इनकार
एफआईआर में नामजद नासिर खान 2012 के कुख्यात पार्क स्ट्रीट गैंगरेप मामले के दोषी हैं। उन्हें 10 साल की सजा सुनाई गई थी और 2020 में जेल की पूरी सजा काटने के बाद रिहा किया गया था। जुनैद खान उनके भतीजे हैं। पुलिस ने एफआईआर बिधन्नगर साउथ थाने में दर्ज की है, जिसमें भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत स्वेच्छा से चोट पहुंचाने, आपराधिक बल प्रयोग और हमले का आरोप लगाया गया है।
आरोपी पक्ष ने घटना से इनकार किया है। नासिर खान ने दावा किया कि वे घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे। वहीं, जुनैद ने स्वीकार किया कि नासिर वहां थे, लेकिन इसे “दोस्तों के बीच मामूली धक्का-मुक्की” बताया। उन्होंने पीड़िता के एक दोस्त को बदला लेने वाला करार दिया और कहा कि आरोप “फर्जी” हैं। जुनैद ने पीड़िता पक्ष के खिलाफ काउंटर-कंप्लेंट भी दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस से सीसीटीवी फुटेज जांचने की मांग की है।
पुलिस कार्रवाई और जांच
पुलिस ने शिकायत मिलते ही एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन सोमवार तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। बिधन्नगर पुलिस कमिश्नरेट के एक अधिकारी ने बताया, “हमने शिकायत प्राप्त कर ली है और प्रारंभिक जांच चल रही है।” पुलिस क्लब से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त करने की कोशिश कर रही है और यह सत्यापित कर रही है कि एफआईआर वाला नासिर खान वही हैं जो पार्क स्ट्रीट मामले के आरोपी हैं। पीड़िता परिवार को लिकर रूम से सुरक्षित निकाला गया।
क्लब प्रबंधन ने घटना को स्वीकार किया है और कहा कि झगड़ा उसी टेबल पर बैठे लोगों के बीच शुरू हुआ था। उन्होंने बाउंसरों की संख्या 14 से बढ़ाकर 20 करने का फैसला लिया है और रात 3 बजे के बाद पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है। क्लब ने जोर दिया कि वे वैश्विक मानकों का पालन करते हैं।
सोशल मीडिया पर आक्रोश
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर इस घटना को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है। एक यूजर ने लिखा, “पश्चिम बंगाल से लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं। ममता बनर्जी की पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की।” एक अन्य पोस्ट में कहा गया, “पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे। नासिर खान जैसे दोषी फिर से सड़कों पर घूम रहे हैं।”
यह घटना पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों को और गहरा देती है। पुलिस ने जांच तेज करने का आश्वासन दिया है, लेकिन पीड़िता पक्ष को न्याय कब मिलेगा, यह देखना बाकी है।

