व्हाट्सएप होगा बंद ?

WhatsApp will be shut down. News: टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने एक बार फिर मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप पर गोली चलाई है। मस्क ने व्हाट्सएप पर यूजर्स के डेटा को हर रात चुराने का गंभीर आरोप लगाया है, जिसके जवाब में व्हाट्सएप के सीईओ विल कैथकार्ट ने इसे ‘गलत’ बताते हुए खारिज कर दिया। इस विवाद के बीच मस्क ने अपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक नया मैसेजिंग फीचर ‘एक्स चैट’ लॉन्च करने की घोषणा की है, जो बिटकॉइन-स्टाइल एन्क्रिप्शन के साथ प्राइवेसी को प्राथमिकता देगा। मस्क का कहना है कि यह चैट व्हाट्सएप जैसी ऐप्स से कहीं ज्यादा सुरक्षित होगा।

मस्क का आरोप: ‘व्हाट्सएप हर रात डेटा एक्सपोर्ट करता है’
यह विवाद मई 2024 में तब भड़का जब मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने लिखा, “व्हाट्सएप आपके यूजर डेटा को हर रात एक्सपोर्ट करता है। कुछ लोग अभी भी इसे सुरक्षित मानते हैं।” यह बयान एक यूजर की पोस्ट के जवाब में आया, जिसमें दावा किया गया था कि व्हाट्सएप यूजर्स के मैसेजेस को रातोंरात एनालाइज करता है और टारगेटेड ऐडवरटाइजिंग के लिए इस्तेमाल करता है, जिससे यूजर्स ‘प्रोडक्ट’ बन जाते हैं।

मस्क ने व्हाट्सएप को ‘बिल्कुल असुरक्षित’ करार दिया, खासकर जब एक यूजर ने शेयर किया कि चैट में किसी ऐप का नाम आने के बाद इंस्टाग्राम पर उसी ऐप का ऐड दिखा। मस्क ने कहा, “मैं व्हाट्सएप पर बिल्कुल भरोसा नहीं करूंगा।” जुलाई 2024 में भी उन्होंने दोहराया कि व्हाट्सएप मैसेजेस एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड होने का दावा करता है, लेकिन ऐड्स से साफ है कि डेटा शेयर हो रहा है।

व्हाट्सएप का जवाब: ‘यह गलत जानकारी है’
व्हाट्सएप के हेड विल कैथकार्ट ने मस्क के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “यह सही नहीं है। मैसेजेस हर रात हमें भेजे या एक्सपोर्ट नहीं किए जाते। अगर आप बैकअप चाहते हैं, तो क्लाउड प्रोवाइडर का इस्तेमाल करें, और वह भी एन्क्रिप्टेड।” कैथकार्ट ने जोर दिया कि व्हाट्सएप एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन पर गंभीर है, जिससे कंपनी मैसेजेस पढ़ नहीं सकती। हालांकि, मेटा की प्राइवेसी पॉलिसी में साफ है कि कुछ मेटा प्रोडक्ट्स के बीच डेटा शेयरिंग होती है, जैसे यूजर की एक्टिविटी से रिलेटेड मेटाडेटा।

मेटा के चीफ AI साइंटिस्ट यान लेक्न ने भी मस्क पर पलटवार किया, उन्हें ‘कांस्पिरेसी थ्योरी’ फैलाने वाला बताया। यह मस्क और मार्क जुकरबर्ग के बीच पुरानी दुश्मनी का एक और अध्याय है, जो 2022 से चल रही है।

एक्स चैट: मस्क का काउंटर-अटैक, बिना ऐड्स का प्राइवेसी वाला मैसेजिंग ऐप
मस्क ने व्हाट्सएप विवाद के ठीक बाद एक्स चैट को तुरंत लॉन्च करने का ऐलान किया। जून 2025 में बीटा वर्जन रोलआउट हुआ, जिसमें एन्क्रिप्शन, वैनिशिंग मैसेजेस, फाइल शेयरिंग, ऑडियो/वीडियो कॉल्स जैसी सुविधाएं हैं। मस्क ने कहा, “यह पूरी तरह नई आर्किटेक्चर पर बेस्ड है, बिटकॉइन-स्टाइल एन्क्रिप्शन के साथ।” अब, अक्टूबर 2025 में जो रोगन पॉडकास्ट पर उन्होंने बताया कि एक्स चैट कुछ महीनों में स्टैंडअलोन ऐप के रूप में लॉन्च होगा, जो टेलीग्राम और व्हाट्सएप को टक्कर देगा।

खास बात
एक्स चैट में कोई ऐडवरटाइजिंग हुक नहीं होगा। मस्क ने कहा, “व्हाट्सएप जैसे ऐप्स आपके टेक्स्ट से ऐड्स दिखाते हैं, लेकिन हमारा ऐप पूरी तरह एन्क्रिप्टेड रहेगा – नो डेटा शेयरिंग।” यह फोन नंबर के बिना कॉल्स और 4-डिजिट पासकोड सिक्योरिटी के साथ आएगा। एक्स को ‘एवरीथिंग ऐप’ बनाने की मस्क की दृष्टि का यह अहम हिस्सा है, जिसमें पेमेंट्स और डेटिंग जैसी फीचर्स भी शामिल होंगे।

हालांकि, एक्स चैट की ‘बिटकॉइन-स्टाइल’ एन्क्रिप्शन पर सवाल उठे हैं। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यह ट्रू एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (जैसे सिग्नल में) हो सकता है, लेकिन मस्क की टर्मिनोलॉजी भ्रामक लग रही है। फिर भी, प्राइवेसी फोकस्ड यूजर्स के बीच उत्साह है।

क्या बदलेगा यह विवाद?
मस्क का यह हमला डिजिटल प्राइवेसी बहस को हवा दे रहा है। व्हाट्सएप के 2 अरब से ज्यादा यूजर्स में से कई भारत जैसे देशों में हैं, जहां डेटा सिक्योरिटी एक बड़ा मुद्दा है। एक्स चैट अगर सफल हुआ, तो मस्क की ‘फ्री स्पीच’ वाली प्लेटफॉर्म मैसेजिंग मार्केट में घुसपैठ कर सकती है। लेकिन क्या यूजर्स व्हाट्सएप छोड़कर एक्स की ओर रुख करेंगे? समय बताएगा। फिलहाल, मस्क की जंग जारी है – प्राइवेसी के नाम पर।

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