Stones in body News in hindi: बदलते लाइफ स्टाइल आजकल लोगों को कई प्रकार की बीमारियां देखने को मिल रही है, लेकिन एक ऐसी समस्या है जो बेहद कॉमन होती जा रही है। हालांकि इस समस्या का इलाज भी आसान हो गया है। समस्या है एक सवस्थ व्यक्ति में अचानक से पथरी हो जाना। पथरी कैसे होती है और क्यों होती है इस बात की जानकारी होली चाहिए। चलिए बताते हैं की पथरी होने के क्या क्या कारण है। यह तब होती है जब मूत्र में कुछ खनिज और लवण जमा होकर ठोस कण बन जाते हैं। ये कण गुर्दे (किडनी), मूत्रवाहिनी (ureter), मूत्राशय (bladder) या मूत्रमार्ग (urethra) में कहीं भी बन सकते हैं।
पथरी होने के मुख्य कारण
पथरी होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं
- कम पानी पीना: यह पथरी का सबसे आम कारण है। जब आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो मूत्र गाढ़ा हो जाता है, जिससे खनिजों और लवणों के जमा होने की संभावना बढ़ जाती है।
- आहार: कुछ खाद्य पदार्थ पथरी बनने के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। इनमें अधिक नमक, चीनी, प्रोटीन और ऑक्सालेट (पालक, चॉकलेट, नट्स आदि में पाए जाने वाले) वाले खाद्य पदार्थ शामिल हैं।
- पारिवारिक इतिहास: यदि आपके परिवार में किसी को पथरी हुई है, तो आपको भी पथरी होने का खतरा अधिक हो सकता है।
- मोटापा: अधिक वजन होने से भी पथरी का खतरा बढ़ जाता है।
- कुछ चिकित्सीय स्थितियाँ: कुछ स्वास्थ्य स्थितियाँ, जैसे कि बार-बार मूत्र पथ संक्रमण (UTI), क्रोहन रोग, और पैराथायराइड ग्रंथियों की समस्याएँ, पथरी के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।
- कुछ दवाएँ: कुछ दवाएँ, जैसे कि मूत्रवर्धक (diuretics) और कैल्शियम-आधारित एंटासिड, पथरी के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।
- मूत्र का बहाव रुकना: किसी भी कारण से मूत्र के सामान्य बहाव में रुकावट आने से भी पथरी बन सकती है।
गाँव के कुछ देसी नुस्खे पथरी के लिए
गाँवों में पथरी के लिए कई पारंपरिक और देसी नुस्खे अपनाए जाते हैं। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि इन नुस्खों का उपयोग करने से पहले हमेशा किसी योग्य चिकित्सक से सलाह ली जाए, खासकर यदि आपको गंभीर दर्द या अन्य लक्षण हों। ये नुस्खे केवल सहायक हो सकते हैं और चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं हैं।
- भरपूर पानी पीना: यह सबसे महत्वपूर्ण और सरल उपाय है। दिन भर में 8-10 गिलास पानी पीने से मूत्र पतला होता है और छोटे पत्थरों को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
- कुलथी दाल (हॉर्स ग्राम): कुलथी दाल को पथरी के लिए बहुत प्रभावी माना जाता है। इसे उबालकर इसका पानी पीने से पथरी को तोड़ने और बाहर निकालने में मदद मिल सकती है। कुछ लोग इसे रात भर भिगोकर सुबह खाते भी हैं।
- नींबू पानी और जैतून का तेल: सुबह खाली पेट नींबू पानी में थोड़ा जैतून का तेल मिलाकर पीने से पथरी को घोलने और उसे निकालने में मदद मिल सकती है। नींबू में मौजूद सिट्रिक एसिड कैल्शियम पथरी को बनने से रोकने में मदद करता है।
- प्याज का रस: कुछ लोग प्याज का रस निकालकर उसमें मिश्री मिलाकर पीने की सलाह देते हैं। माना जाता है कि यह पथरी को तोड़ने में सहायक होता है।
- पत्थरचट्टा का पौधा: इस पौधे की पत्तियों को पीसकर रस पीने से पथरी के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसकी पत्तियों को पानी के साथ उबालकर भी पिया जाता है। इसे “किडनी स्टोन प्लांट” के नाम से भी जाना जाता है।
- मक्का के बाल (Corn Silk): मक्के के दानों के ऊपर जो रेशेदार बाल होते हैं, उन्हें सुखाकर चाय बनाकर पीने से पथरी को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है। यह मूत्रवर्धक गुणों के लिए जाना जाता है।
- सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar): सेब का सिरका भी पथरी को घोलने में सहायक माना जाता है। एक गिलास पानी में एक या दो चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पीने से लाभ हो सकता है।
सावधानियाँ
- देसी नुस्खों का उपयोग करने से पहले हमेशा किसी चिकित्सक से सलाह लें।
- यदि आपको गंभीर दर्द, बुखार, या पेशाब में खून आता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- गर्भवती महिलाओं और बच्चों को बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी देसी नुस्खा नहीं अपनाना चाहिए।
- पथरी के प्रकार और आकार के आधार पर उपचार भिन्न हो सकता है

