हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों ने भी स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किए और अपने प्रियजनों को याद कर आंसू बहाए।
कहाँ-कहाँ दी गई श्रद्धांजलि
• छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT)
• कामा अस्पताल
• नरीमन हाउस
• ताज महल पैलेस होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट के बाहर
• गिरगाँव चौपाटी पर सहायक पुलिस निरीक्षक तुकाराम ओम्बले की प्रतिमा “प्रेरणा स्थल”
खास तौर पर एएसआई तुकाराम ओम्बले को याद किया गया, जिन्होंने लाठी से आतंकवादी अजमल कसाब से लोहा लिया और उसे जिंदा पकड़ने में अहम भूमिका निभाते हुए अपनी जान गँवा दी थी।
शाम को गेटवे ऑफ इंडिया पर विशेष कार्यक्रम
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्द (NSG) ने शाम को गेटवे ऑफ इंडिया पर “नेवर एवर” स्मृति समारोह और शपथ कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें शहीदों के परिजन और मुंबई की जनता ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।
26/11 का वह काला दिन
26 नवंबर 2008 की रात पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने समुद्र के रास्ते मुंबई में घुसकर कई जगहों पर एक साथ हमले किए थे।
तीन दिन तक चले इस आतंकी ऑपरेशन में कुल 166 लोग शहीद हुए थे और 300 से अधिक घायल हुए थे।
इस हमले ने न सिर्फ मुंबई को बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था और इसके बाद भारत ने अपनी आतंकवाद-विरोधी नीति व सुरक्षा तंत्र में व्यापक सुधार किए।
आज भी हर साल 26 नवंबर को मुंबई और पूरा देश उन शहीदों को याद करता है जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए शहर और देश की रक्षा की।

