नई दिल्ली। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि देश भर में खाद्य गुणवत्ता मानकों को पूरा करने के लिए अगले 3 वर्षों में 25 लाख खाद्य व्यवसाय संचालकों को एफएसएसआई द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने देश भर में स्थापित किए जाने वाले 100 फूड स्ट्रीट की बात भी कही जो खाद्य सुरक्षा, स्वच्छता और पोषण के लिए गुणवत्ता बेंचमार्क को पूरा करेंगे।
बुधवार को विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. मनसुख मांडविया ने एफएसएसआई से आह्वान किया कि वे देश की पारंपरिक खान पान की शैली, पाक विद्या की मैपिंग करें और उसे विश्व के सामने रखें। देश के लिए खाद्य सुरक्षा मानकों को निर्धारित करने में मंत्री ने कहा कि हमें आहार, जीवन शैली, खाद्य उत्पादों के संदर्भ में अपनी परंपराओं और विरासत को देखना चाहिए, ताकि हम दुनिया में अपने स्वयं के खाद्य मानकों को निर्धारित कर सकें।
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इस मौके पर डॉ. मांडविया ने 5वें राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक (एसएफएसआई) को जारी करते हुए अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों को सम्मानित किया। खाद्य सुरक्षा को लेकर किए गए उपायों में बड़े राज्यों में केरल को प्रथम स्थान, पंजाब को दूसरा और तमिलनाडु को तीसरा स्थान मिला। वहीं, केन्द्र शासित प्रदेशों में जम्मू और कश्मीर को पहला, दिल्ली को दूसरा और चंडीगढ़ को तीसरा स्थान मिला है। छोटे राज्यों में गोवा को पहला, मणिपुर को दूसरा और सिक्किम को तीसरा स्थान मिला। इस मौके पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री एस पी सिंह बघेल भी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि साल 2018-19 में लॉन्च किए गए, एसएफएसआई का उद्देश्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना, पूरे देश में खाद्य सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में सकारात्मक बदलाव को उत्प्रेरित करना है और सभी निवासियों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन का प्रावधान सुनिश्चित करना है।