मीटर रीडिंग की झंझट से मुक्ति का रास्ता: स्मार्ट मीटर अपनाएं: दीपक अग्रवाल

ghaziabad news  बिजली उपभोक्ताओं को अब मीटर रीडरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। स्मार्ट मीटरों की सुविधा से उपभोक्ता स्वयं अपनी बिजली खपत की निगरानी कर सकेंगे और सुविधाजनक तरीके से आॅनलाइन भुगतान भी कर पाएंगे। यह जानकारी गाजियाबाद क्षेत्र-तृतीय के मुख्य अभियंता (वितरण) दीपक अग्रवाल ने दी। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद जिले में कुल 11 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने की योजना है, जिनमें से अब तक लगभग एक लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर स्थापित किए जा चुके हैं। स्मार्ट मीटर में कोई तकनीकी त्रुटि नहीं, रीडिंग सटीक , यह विभाग का स्पष्ट दावा है । बताया कि कुछ लोगों द्वारा यह भ्रांति फैलाई जा रही थी कि स्मार्ट मीटर तेज चलता है , लेकिन इस शंका को दूर करते हुए विभाग ने बताया कि इस संदर्भ में करीब 5 फीसदी उपभोक्ताओं पर पुराने और स्मार्ट मीटर दोनों को एक साथ लगाकर परीक्षण किया गया। 300 से अधिक उपभोक्ताओं के औचक निरीक्षण में पाया गया कि दोनों मीटरों की रीडिंग में कोई अंतर नहीं था। इससे यह स्पष्ट होता है कि स्मार्ट मीटर सटीक रीडिंग दर्ज कर रहे हैं। मोबाइल ऐप से खुद बिजली की निगरानी और रिचार्ज क्र सकते है। मुख्य अभियंता श्री अग्रवाल ने बताया कि उपभोक्ता गूगल प्ले स्टोर से स्मार्ट मीटर से संबंधित ऐप डाउनलोड कर न केवल अपनी बिजली खपत की निगरानी कर सकते हैं, बल्कि अपनी सुविधा अनुसार प्रीपेड रिचार्ज भी कर सकते हैं। इससे न सिर्फ पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि उपभोक्ताओं को भी बिलिंग विवादों से राहत मिलेगी।उपभोक्ताओं से अपील: आधुनिक व्यवस्था को अपनाएं, विभाग का सहयोग करें। अग्रवाल ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे मीटर रीडिंग की परंपरागत प्रणाली से बाहर निकलकर स्मार्ट मीटर को अपनाएं और विभाग के डिजिटल परिवर्तन प्रयासों में सहयोग करें।

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