नगर आयुक्त ने अफसरों संग बैठक कर हरनंदी का गौरव बचाने के लिए तैयार की कार्य योजना, कहा
Ghaziabad news हरनंदी (हिंडन) की धारा को निर्मल बनाने के लिए एक बार फिर से नगर निगम ने अपनी मुहिम तेज कर दी है। नदी में गिरने वाला नालों का गंदा, रसायनयुक्त पानी इसे तिल-तिल करके मार रहा है। इस अमूल्य धरोहर को बचाने का नगर निगम ने बीड़ा उठाया है। उम्मीद है कि हरनंदी के भी अच्छे दिन जरूर आएंगे। हरनंदी गाजियाबाद का गौरव है। इसे बचाने के लिए जरूरी है कि नालों और फैक्ट्रियों का पानी इसमें डालने पर रोक लगे। इसके लिए अब नगर निगम ने भी अपनी तरफ से कार्रवाई तेज कर दी है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने शनिवार को अपने कार्यालय में सभी विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की। बैठक में अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए हिंडन नदी की स्वच्छता पर विशेष कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने हिंडन नदी से जुड़े 9 नालों पर अभियान के रूप में कार्य करने के लिए कहा गया। स्वास्थ्य विभाग, जलकल विभाग, निर्माण विभाग, पशु चिकित्सा विभाग और जल निगम के अधिकारियों को हिंडन नदी की स्वच्छता बेहतर करने तथा नालों की गंदगी को दूर करने के निर्देश दिए।
पॉल्यूशन सोर्सेस मैपिंग आॅफ रिवर हिंडन और एक्शन प्लान के तहत नगर आयुक्त की अध्यक्षता में बैठक में कार्य योजना बनाई गई। जिसमें हिंडन विहार, सिटी फॉरेस्ट, केला भट्टा, नंदग्राम, डासना, प्रताप विहार, राहुल विहार, अर्थला, करहेड़ा के नाले जो कि सीधा हैंडल नदी से कनेक्ट हैं। उनकी विशेष सफाई करने के लिए योजना बनाई गई। जिसमें आसपास के क्षेत्र से आने वाले गोबर की रोकथाम के लिए संबंधित डिपार्टमेंट को निर्देश दिए गए। डेरियों पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए तथा खुले में गोबर न पाया जाए। विशेष ध्यान रखने के लिए कहा गया, नालो को पूर्ण रूप से साफ करने, उनकी सिल्ट को निकालने एवं सिल्ट का निस्तारण करने के लिए भी स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए। जलकल विभाग को बायोरेमेडीएशन के कार्य को वृहद अभियान के तहत करने के लिए कहा गया। निर्माण विभाग को भी नालों के अंदर जाली लगाने के लिए निर्देश दिए गए। नालों के माध्यम से आने वाले कचरे को रोका जा सकें। जल निगम के अधिकारियों को भी टेपिंग के कार्य को रफ्तार देने के लिए कहा गया। साथ ही शासन से पत्राचार करने के लिए भी निर्देश दिए।
शहर के नौ बड़े नालों से प्रभावित है हिंडन नदी
शहर के बड़े 9 नाले हिंडन नदी को प्रभावित कर रहे हैं। उनकी साफ-सफाई की मॉनिटरिंग के लिए नगर आयुक्त ने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी है कि वह लगातार अपनी नजर बनाए रखें। जल निगम अधिकारियों को टेपिंग की कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए। ताकि नालों को एसटीपी तक ले जाकर दूषित जल का ट्रीटमेंट प्रक्रिया को शुरू कर हिंडन नदी की स्वच्छता में एक बड़ा प्रभावपूर्ण प्रयास किया जा सकें।
बैठक में यह रहे मौजूद
इस मौके पर अपर नगर आयुक्त अवनिदर कुमार, महाप्रबंधक जल कामाख्या प्रसाद आनंद, उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ अनुज कुमार सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश कुमार, मुख्य अभियंता निर्माण एनके चौधरी, जल निगम के सहायक अभियंता बलबीर सिंह, वीएटेक विभाग से सुनील सिंह प्रोजेक्ट मैनेजर, वन सिटी वन आॅपरेटर मौजूद रही।