Washington News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि यूक्रेन में चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए यूनाइटेड किंगडम (यूके), फ्रांस और जर्मनी अपने सैनिकों को तैनात करेंगे, लेकिन अमेरिका इस प्रक्रिया में अपने सैनिकों को नहीं भेजेगा। ट्रंप ने यह बयान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हालिया मुलाकात के बाद दिया, जिसमें यूक्रेन में शांति स्थापित करने पर चर्चा हुई थी।
ट्रंप ने अपनी शांति योजना के तहत सुझाव दिया है कि रूस और यूक्रेन के बीच 800 मील का एक बफर जोन बनाया जाए, जिसकी निगरानी यूरोपीय देशों के सैनिक करेंगे। उनकी टीम के एक सदस्य ने स्पष्ट किया कि इस कार्य के लिए पोलैंड, जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस के सैनिक जिम्मेदार होंगे, लेकिन अमेरिकी सैनिक इसमें शामिल नहीं होंगे। ट्रंप ने कहा, “हम अपने सैनिकों को यूक्रेन में शांति बनाए रखने के लिए नहीं भेज रहे हैं, न ही इसका खर्च उठाएंगे।”
यह बयान ऐसे समय में आया है, जब ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए 30-दिवसीय युद्धविराम का प्रस्ताव रखा है। उन्होंने पुतिन के साथ हालिया वार्ता में घिरे हुए यूक्रेनी सैनिकों की सुरक्षा का भी आग्रह किया। ट्रंप का कहना है कि यह युद्ध जल्द समाप्त हो सकता है, और उनकी योजना में यूरोपीय देशों की अहम भूमिका होगी।
हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया है कि कोई भी शांति समझौता यूक्रेन और यूरोपीय देशों को शामिल किए बिना नहीं होगा। जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने युद्धविराम को प्राथमिकता बताया, जबकि ब्रिटेन के पीएम स्टार्मर ने यूक्रेन को निरंतर समर्थन देने का वादा किया। हालांकि, कुछ यूरोपीय नेताओं को चिंता है कि ट्रंप अपनी शर्तों पर समझौता थोपने की कोशिश कर सकते हैं।
ट्रंप की यह योजना रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की दिशा में एक नया कदम हो सकती है, लेकिन इसका सफल होना इस बात पर निर्भर करेगा कि यूरोपीय देश और यूक्रेन इस प्रस्ताव को कैसे स्वीकार करते हैं। साथ ही, ट्रंप का यह रुख कि अमेरिका सैनिक नहीं भेजेगा, यूरोप और अमेरिका के बीच रणनीतिक संबंधों में बदलाव का संकेत दे रहा है।
इस बीच, रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भी युद्धविराम के प्रस्ताव पर सकारात्मक रुख दिखाया है, लेकिन उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दों पर और चर्चा की जरूरत है। अब देखना होगा कि क्या ट्रंप की यह योजना रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त कर पाएगी, या यह एक और नाकाम कोशिश साबित होगी।ट्रंप ने किया दावा, यूके, फ्रांस, जर्मनी यूक्रेन में शांति के लिए सैनिक तैनात करेंगे, अमेरिका नहीं भेजेगा सैनिक
वाशिंगटन न्यूज़ : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि यूक्रेन में चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए यूनाइटेड किंगडम (यूके), फ्रांस और जर्मनी अपने सैनिकों को तैनात करेंगे, लेकिन अमेरिका इस प्रक्रिया में अपने सैनिकों को नहीं भेजेगा। ट्रंप ने यह बयान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हालिया मुलाकात के बाद दिया, जिसमें यूक्रेन में शांति स्थापित करने पर चर्चा हुई थी।
ट्रंप ने अपनी शांति योजना के तहत सुझाव दिया है कि रूस और यूक्रेन के बीच 800 मील का एक बफर जोन बनाया जाए, जिसकी निगरानी यूरोपीय देशों के सैनिक करेंगे। उनकी टीम के एक सदस्य ने स्पष्ट किया कि इस कार्य के लिए पोलैंड, जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस के सैनिक जिम्मेदार होंगे, लेकिन अमेरिकी सैनिक इसमें शामिल नहीं होंगे। ट्रंप ने कहा, “हम अपने सैनिकों को यूक्रेन में शांति बनाए रखने के लिए नहीं भेज रहे हैं, न ही इसका खर्च उठाएंगे।”
यह बयान ऐसे समय में आया है, जब ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए 30-दिवसीय युद्धविराम का प्रस्ताव रखा है। उन्होंने पुतिन के साथ हालिया वार्ता में घिरे हुए यूक्रेनी सैनिकों की सुरक्षा का भी आग्रह किया। ट्रंप का कहना है कि यह युद्ध जल्द समाप्त हो सकता है, और उनकी योजना में यूरोपीय देशों की अहम भूमिका होगी।
हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया है कि कोई भी शांति समझौता यूक्रेन और यूरोपीय देशों को शामिल किए बिना नहीं होगा। जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने युद्धविराम को प्राथमिकता बताया, जबकि ब्रिटेन के पीएम स्टार्मर ने यूक्रेन को निरंतर समर्थन देने का वादा किया। हालांकि, कुछ यूरोपीय नेताओं को चिंता है कि ट्रंप अपनी शर्तों पर समझौता थोपने की कोशिश कर सकते हैं।
ट्रंप की यह योजना रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की दिशा में एक नया कदम हो सकती है, लेकिन इसका सफल होना इस बात पर निर्भर करेगा कि यूरोपीय देश और यूक्रेन इस प्रस्ताव को कैसे स्वीकार करते हैं। साथ ही, ट्रंप का यह रुख कि अमेरिका सैनिक नहीं भेजेगा, यूरोप और अमेरिका के बीच रणनीतिक संबंधों में बदलाव का संकेत दे रहा है।
इस बीच, रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भी युद्धविराम के प्रस्ताव पर सकारात्मक रुख दिखाया है, लेकिन उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दों पर और चर्चा की जरूरत है। अब देखना होगा कि क्या ट्रंप की यह योजना रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त कर पाएगी, या यह एक और नाकाम कोशिश साबित होगी।

