Washington/New Delhi News: 24वी बार ट्रम्प का दावा, ऑपरेशन सिंदूर में 5 जेट्स गिराए गए, भारत-पाकिस्तान संघर्ष को व्यापार के जरिए सुलझाया

Washington/New Delhi News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच मई 2025 में हुए सैन्य संघर्ष को लेकर सनसनीखेज दावा किया है। ट्रम्प ने कहा कि इस संघर्ष के दौरान “पांच जेट्स गिराए गए” थे और यह तनाव उनकी मध्यस्थता और व्यापारिक दबाव के जरिए सुलझाया गया था। भारत ने ट्रम्प के इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि संघर्ष का समाधान दोनों देशों के बीच सीधे सैन्य और कूटनीतिक बातचीत के जरिए हुआ, जिसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता शामिल नहीं थी।
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत 7 मई 2025 को भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई और मिसाइल हमलों के साथ हुई थी। यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें पर्यटक भी शामिल थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के मोर्चे द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी।

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ प्रमुख आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसके बाद चार दिनों तक दोनों देशों के बीच ड्रोन, मिसाइल और अन्य लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल करते हुए तीव्र सैन्य टकराव देखा गया। 10 मई को दोनों पक्षों के बीच सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति बनी, जिसके बाद संघर्षविराम लागू हुआ।
18 जुलाई 2025 को व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन सांसदों के लिए आयोजित एक निजी रात्रिभोज के दौरान ट्रम्प ने दावा किया कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान “पांच जेट्स गिराए गए” थे और उन्होंने मध्यस्थता की जिसके कारण यह संघर्ष रुका। ट्रम्प ने कहा, “हमने कई युद्ध रोके है। भारत और पाकिस्तान के बीच जो चल रहा था, वह गंभीर था। हवाई जहाज गिराए जा रहे थे। मुझे लगता है, पांच जेट्स गिराए गए। ये दोनों गंभीर परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं।”

ट्रम्प ने यह भी दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को व्यापारिक समझौतों का लालच देकर संघर्ष को रोकने के लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा, “अगर आप हथियारों और शायद परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करते रहेंगे, तो हम आपके साथ व्यापारिक समझौता नहीं करेंगे।” ट्रम्प ने इस दावे को कई बार दोहराया है, जिसमें मई में संघर्षविराम की घोषणा के बाद से कम से कम 24 बार इसका जिक्र किया गया है।
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हवाई युद्ध में पांच भारतीय जेट्स, जिनमें तीन राफेल, एक सुखोई-30 और एक मिग-29 शामिल थे, को मार गिराया। साथ ही, उसने भारतीय पायलटों को पकड़ने का भी दावा किया। हालांकि, पाकिस्तान ने इन दावों के समर्थन में कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया है।
दूसरी ओर, भारत ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि कोई भी राफेल जेट नहीं खोया गया। भारतीय सेना के उच्च अधिकारियों ने स्वीकार किया कि पहले दिन हवाई नुकसान हुआ, लेकिन इसके विवरण को सार्वजनिक नहीं किया गया। भारत ने यह भी दावा किया कि उसने पाकिस्तान के “कुछ विमानों” को मार गिराया, जबकि पाकिस्तान ने अपने किसी भी विमान के नुकसान से इनकार किया, हालांकि उसने अपने हवाई अड्डों पर हमलों की बात स्वीकारी।

राफेल निर्माता कंपनी डसॉल्ट एविएशन के चेयरमैन और सीईओ एरिक ट्रैपियर ने जून 2025 में एक फ्रांसीसी पत्रिका को दिए साक्षात्कार में पाकिस्तान के दावों को “तथ्यात्मक रूप से गलत” बताया। उन्होंने कहा कि एक भारतीय जेट तकनीकी खराबी के कारण खोया गया, जिसकी जांच चल रही है, लेकिन युद्ध में कोई राफेल नहीं गिराया गया।
भारत ने ट्रम्प के मध्यस्थता और व्यापारिक दबाव के दावों को सिरे से खारिज किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं था और संघर्षविराम दोनों देशों के बीच सीधी सैन्य और कूटनीतिक बातचीत का परिणाम था। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जी7 शिखर सम्मेलन में कनाडा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रम्प के साथ 35 मिनट की बातचीत में साफ किया कि न तो कोई मध्यस्थता थी और न ही व्यापारिक प्रोत्साहन की कोई बात हुई।

भारतीय सेना के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने कहा कि भारत ने पहले दिन के नुकसान के बाद रणनीति में बदलाव किया और बाद में 300 किलोमीटर की गहराई तक पाकिस्तानी क्षेत्र में सटीक हमले किए, जिनमें एक मीटर की सटीकता थी।
ट्रम्प के ताजा दावों ने भारत में राजनीतिक हलचल मचा दी है। कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उनकी चुप्पी पर सवाल उठाए। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, “ट्रम्प ने 24वीं बार दावा किया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध को व्यापारिक धमकी से रोका। पांच जेट्स गिरने की बात कही। मोदी सरकार की चुप्पी राष्ट्रीय सम्मान से समझौता है।”
17 जुलाई 2025 को अमेरिका ने द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकी (SDGT) घोषित किया। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि यह कदम क्षेत्र में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करेगा। भारत ने इस फैसले का स्वागत किया।

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