WAR: यूक्रेन मुद्दे पर भारत की “नो वार” नीति: जयशंकर
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच गतिशीलता समझौते पर हस्ताक्षर अधिक समकालीन द्विपक्षीय साझेदारी के आधार का एक मजबूत संकेत है। उन्होंने कहा कि हमारी रणनीतिक साझेदारी जो दो दशकों से अधिक पुरानी है, वो वास्तव में अधिक राजनीतिक आदान-प्रदान, निरंतर बढ़ते व्यापार, अधिक निवेश से मजबूत हुई है है। भारत और जर्मनी के विदेश मंत्रियों की मुलाकात हुई है। इस दौरान जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने साफ तौर पर कहा है कि जब दुनिया कठिन परिस्थितियों का सामना कर रही है तो मिलकर रहना ही महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच यूक्रेन मुद्दे को लेकर ही बातचीत हुई है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन मुद्दे पर भारत का रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि युद्ध का युग नहीं है और बातचीत के जरिये समाधान निकाला जाना चाहिए। जर्मनी की विदेश मंत्री के साथ चर्चा पर जयशंकर ने कहा ने कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति और पाकिस्तान से उत्पन्न सीमा पार आतंकवाद पर बातचीत हुई। मालूम हो कि भारत और जर्मनी के विदेश मंत्रियों ने गतिशीलता साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए जिससे लोगों के लिए एक-दूसरे के देश में अध्ययन और काम करना आसान होगा।