Volkswagen News: जर्मनी में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के बाजार में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला है, जहां फोक्सवागन ने लगभग आधे बाजार पर कब्जा कर लिया है। दूसरी ओर, टेस्ला की स्थिति तेजी से कमजोर हो रही है। डीडब्ल्यू की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में फोक्सवागन ने जर्मनी में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में 49% हिस्सेदारी हासिल की, जो पिछले साल की तुलना में 32% की वृद्धि दर्शाती है।
फोक्सवागन ने यूरोप में अपनी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में 90% की शानदार बढ़ोतरी दर्ज की है, जिसमें ID.4, ID.3, और नई ID.7 टूरर जैसी गाड़ियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। जर्मनी में हर दूसरी नई इलेक्ट्रिक कार फोक्सवागन समूह की है, जिसने कंपनी को यूरोप का सबसे बड़ा EV निर्माता बना दिया है।
वहीं, टेस्ला की स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। 2024 में टेस्ला की जर्मनी में बाजार हिस्सेदारी 2.2% से घटकर 1.3% हो गई, और 2025 की पहली तिमाही में इसकी बिक्री में 70% तक की गिरावट दर्ज की गई। टेस्ला की मॉडल Y, जो पहले जर्मनी में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार थी, अब रैंकिंग में सातवें स्थान पर खिसक गई है। इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की विवादास्पद राजनीतिक गतिविधियां, मॉडल Y के पुराने डिज़ाइन, और चीनी निर्माताओं जैसे BYD से बढ़ती प्रतिस्पर्धा भी शामिल रही हैं।
जर्मनी में इलेक्ट्रिक कारों की मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है, खासकर 2024 में सब्सिडी खत्म होने के बाद। 2025 की पहली तिमाही में EV बिक्री में 35% की वृद्धि हुई, और इनका बाजार हिस्सा 17% तक पहुंच गया। फोक्सवागन ने इस अवसर का फायदा उठाते हुए अपनी रणनीति को मजबूत किया, जबकि टेस्ला को नए मॉडल्स और बेहतर रणनीति की जरूरत है ताकि वह यूरोप के सबसे बड़े EV बाजार में अपनी स्थिति को फिर से मजबूत कर सके।

