हरियाणा के नूंह में हिंसा के बाद लगातार कार्रवाई चल रही है। सहारा होटल से पत्थरबाजी की गई थी, प्रशासन ने उसे गिरा दिया है। आज कड़ी पुलिस सुरक्षा में इस होटल पर बुलडोजर चलाकर पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया। रविवार को लगातार तीसरे दिन नूंह में अवैध निर्माण हटाए जा रहे हैं। पुलिस और प्रशासन का कहना है कि ये सब 31 जुलाई की हिंसा में शामिल दंगाइयों के हैं या इनका दंगा फैलाने में इस्तेमाल हुआ। नूंह हिंसा के दौरान गुरुग्राम के प्रदीप शर्मा की मौत के मामले में पुलिस ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेता जावेद अहमद समेत 150 लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। ये केस गुरुग्राम के सोहना में दर्ज कराया गया है। जावेद पर दर्ज एफआईआर में पवन शिकायत 31 जुलाई की रात 10.30 बजे हम कार में नूंह से सोहना जा रहे थे। बीच में नूंह पुलिस ने मदद करते हुए हमें हाईवे तक छोड़ा। हमें कहा कि आगे रास्ता साफ है, निकल जाओ।
हम निरंकारी कॉलेज के पास पहुंचे तो वहां 150 लोग उस वक्त खड़े थे। उनके हाथ में पत्थर, लोहे की राड और पिस्टल थे। वहां जावेद भी था। उसके कहने पर उग्र भीड़ ने हम पर हमला कर दिया। हमारी कार पर पत्थर मारे। जिससे कार बेकाबू होकर डिवाइडर से जा टकराई। मैं कार से नीचे उतरा तो जावेद ने कहा कि इन्हें मार दो। जो होगा, मैं संभाल लूंगा। ये सुनकर 20-25 लोगों ने हम पर अटैक कर दिया। उन्होंने प्रदीप और गनपत को पीटना शुरू कर दिया। मेरे सामने प्रदीप के सिर पर लोहे की राड मारी। जिससे वह नीचे गिर पड़ा।
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गोलियां चलनी शुरू हुईं तो पुलिस वहां आ गई। वे मुझे व गनपत को भीड़ से निकाल ले गए और प्रदीप को भीड़ सरिये से मारती रही। उसे नाजुक हालत में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।पानीपत में रविवार को शरारती तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। एक विशेष वर्ग पर 12 से अधिक बाइक सवार युवकों ने हमला किया। इतना ही नहीं, झुग्गी-झोपड़ियों समेत दुकानों पर लाठी-डंडों से तोड़फोड़ की गई। इस दौरान महिलाओं समेत कई लोगों को गंभीर चोटें लगी हैं। क्षेत्र में दहशत फैलाने के बाद सभी युवक हाथों में लाठी-डंडे लहराते हुए मौके से फरार हो गए।