दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंसा: एबीवीपी नेता ने प्रोफेसर को थप्पड़ मारा, एबीपी न्यूज़ के रिपोर्टर के साथ तीखी बहस, पुलिस की मौजूदगी में हुआ विवाद

Delhi University/ABVP News: दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ. भीम राव अंबेडकर कॉलेज में हाल ही में हुई हिंसा ने शिक्षा जगत में हलचल मचा दी है। डीयूएसयू की संयुक्त सचिव और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की सदस्य दीपिका झा पर आरोप है कि उन्होंने कॉलेज के एक प्रोफेसर सुजीत कुमार को थप्पड़ मार दिया। यह घटना कॉलेज के अनुशासन समिति की बैठक के दौरान हुई, जहां दिल्ली पुलिस के जवान भी मौजूद थे। सीसीटीवी फुटेज में यह पूरा वाकया कैद हो गया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

घटना का विवरण
घटना 17 अक्टूबर 2025 को हुई, जब अनुशासन समिति की बैठक चल रही थी। प्रोफेसर सुजीत कुमार, जो कॉलेज की अनुशासन समिति के संयोजक हैं, ने बताया कि एबीवीपी के सदस्य बिना निमंत्रण के बैठक में घुस आए और हंगामा मचाना शुरू कर दिया। उन्होंने दावा किया कि दीपिका झा और डीयूएसयू अध्यक्ष आर्यन मान ने उन्हें पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया और फिर झा ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। बैठक में करीब 50-60 एबीवीपी छात्र मौजूद थे, जिन्होंने कॉलेज में घुसकर उपद्रव किया। प्रोफेसर कुमार ने कहा कि पुलिस की मौजूदगी के बावजूद हमला हुआ, जिसमें एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें धक्का भी दिया।

यह विवाद कॉलेज छात्र संघ के शपथ ग्रहण समारोह के एक दिन बाद हुआ। इससे पहले, एबीवीपी से जुड़े छात्रों ने एनएसयूआई के एक छात्र पर हमला किया था, जिसकी जांच के लिए बैठक बुलाई गई थी। प्रोफेसर कुमार ने पहले भी एबीवीपी से जुड़े तीन छात्रों को निलंबित किया था, जो विवाद की जड़ माना जा रहा है।

दीपिका झा का पक्ष
दीपिका झा ने घटना को स्वीकार किया लेकिन इसे आवेश में आकर की गई प्रतिक्रिया बताया। उन्होंने कहा, “प्रोफेसर मुझे घूर रहे थे, मुस्कुरा रहे थे और अपशब्द कह रहे थे। मैंने आवेश में थप्पड़ मार दिया।” झा ने यह भी आरोप लगाया कि प्रोफेसर शराब के नशे में थे और छात्रों को राजनीतिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर माफी मांगी और कहा, “मुझे जो ठीक लगा, मैंने किया, लेकिन अब पछतावा है।” एबीवीपी ने बयान जारी कर शिक्षकों के खिलाफ हिंसा की निंदा की लेकिन प्रोफेसर कुमार के खिलाफ जांच की मांग की।

रिपोर्टर्स के साथ तनावपूर्ण बहस
घटना के बाद दीपिका झा और आर्यन मान से जब पत्रकारों ने सवाल किए, तो बहस काफी तीखी हो गई। एबीपी न्यूज के एक रिपोर्टर ने झा से पूछा, “क्या आप पुलिस को बताएंगी कि कब कार्रवाई करें? अगर पुलिस आपकी उम्मीद के मुताबिक न चले तो क्या फिर थप्पड़ मारेंगी?” रिपोर्टर ने झा को महिला होने के नाते प्रोफेसरों का सम्मान करने की सलाह भी दी। यह बहस सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, लेकिन किसी रिपोर्टर पर शारीरिक हमले की कोई पुष्टि नहीं हुई है।

दिल्ली विश्वविद्यालय और पुलिस की प्रतिक्रिया
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने घटना की जांच के लिए छह सदस्यीय समिति गठित की है, जिसकी अध्यक्ष प्रोफेसर नीता सहगल हैं। समिति दो सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डीयूटीए) ने नॉर्थ कैंपस पर प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। डीटीएफ ने कहा कि यह शिक्षकों की गरिमा पर हमला है।
दिल्ली पुलिस ने शिकायत दर्ज की है और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “मामले की जांच चल रही है, दोषियों पर कार्रवाई होगी।”

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
एनएसयूआई और एसएफआई जैसे छात्र संगठनों ने एबीवीपी की निंदा की और कहा कि यह शिक्षा संस्थानों में डर का माहौल पैदा कर रहा है। कांग्रेस ने इसे “आरएसएस की गुंडागर्दी” बताया। एबीवीपी ने कहा कि संगठन अहिंसा का समर्थन करता है और घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।

यह घटना दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति और हिंसा के मुद्दे को फिर से उजागर करती है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी।

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