वडोदरा, गुजरात में कडाना बांध से पानी छोड़े जाने से सिंधरोट गांव में आया बाढ़, प्रशासन अलर्ट पर

Vadodara/Flood News: गुजरात के वडोदरा जिले में कडाना बांध से 4 से 4.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद मही नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ गया, जिसके परिणामस्वरूप सिंधरोट गांव के बाहरी इलाकों में पानी घुस गया। इस घटना से क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं।

कडाना बांध से पानी छोड़ने की वजह
लगातार हो रही भारी बारिश और बांध में जलस्तर बढ़ने के कारण कडाना बांध के 14 गेट खोलकर मही नदी में पानी छोड़ा गया। इससे नदी के किनारे बसे गांवों, विशेष रूप से सिंधरोट और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया। सूत्रों के अनुसार, बांध से हर चार घंटे में अपस्ट्रीम से आने वाले पानी की मात्रा के आधार पर पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके कारण नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

सिंधरोट गांव में बाढ़ का प्रभाव
सिंधरोट गांव के निचले इलाकों में पानी भरने से कई घरों और खेतों को नुकसान पहुंचा है। सड़कों पर जलजमाव के कारण यातायात बाधित हो गया है, और गांव का कुछ हिस्सों का सड़क संपर्क टूट गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अचानक आई बाढ़ ने उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित किया है, और कई लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं। खेती-बाड़ी पर भी इसका बुरा असर पड़ा है, क्योंकि खेतों में पानी भर गया है।

प्रशासन का राहत कार्य
जिला प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू की है। वडोदरा जिले के चार तालुकाओं में 45 गांवों को अलर्ट पर रखा गया है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और स्थानीय फायर ब्रिगेड की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। इसके अलावा, प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी आश्रय स्थल और भोजन की व्यवस्था की जा रही है।

मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक वडोदरा, पंचमहाल, और खेड़ा जैसे जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश की तीव्रता कम नहीं हुई, तो बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है।

नर्मदा नदी में भी बढ़ा खतरा
कडाना बांध के अलावा, सरदार सरोवर बांध से भी 4.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। वडोदरा के चाणोद में मल्हार राव घाट की 92 सीढ़ियां पानी में डूब गई हैं। हालांकि, नर्मदा नदी अभी खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

स्थानीय लोगों की मांग
सिंधरोट और आसपास के गांवों के निवासियों ने प्रशासन से बाढ़ नियंत्रण के लिए स्थायी उपाय करने की मांग की है। उनका कहना है कि हर साल बारिश के मौसम में बांध से पानी छोड़े जाने के कारण उनके गांवों में बाढ़ का खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने नदी के किनारों पर बांध मजबूत करने और जल निकासी की बेहतर व्यवस्था की मांग की है।
प्रशासन ने लोगों से धैर्य बनाए रखने और सहयोग करने की अपील की है। स्थिति पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं, और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है।

निष्कर्ष
वडोदरा और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन द्वारा राहत कार्य तेजी से किए जा रहे हैं, लेकिन स्थायी समाधान की जरूरत अब और भी स्पष्ट हो गई है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए अगले कुछ दिन क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।

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