Uttar Pradesh: 10 वर्ष पहले गोरखपुर में निवेश था सपना: मुख्यमंत्री
Uttar Pradesh: गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रति देश और दुनिया के लोगों में घर कर गई नकारात्मक धारणा को बदलने के लिए कठोर निर्णय लेने पड़े। गंभीर प्रयास के साथ कई रिफॉर्म करने पड़े। बिना थके और बिना डिगे किए गए कार्यों से यूपी के प्रति देश और दुनियां के लोगों की धारणा तो बदली ही, आज देश-दुनिया का हर बड़ा उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश करने का आकांक्षी है।
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मुख्यमंत्री योगी गुरुवार को वर्तमान प्रगति को संजोने और सुनहरे भविष्य की संभावनाओं को आकार देने के उद्देश्य से आयोजित गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के 34वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। भव्य और विविधतापूर्ण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने गीडा में निजी क्षेत्र की 800 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। 500 करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारने के लिए नए भूखंडों का आवंटन पत्र सौंपा। 150 करोड़ रुपये के अवस्थापना विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास किया। नए व्यावसायिक क्षेत्र के रूप में विकसित होने वाली कालेसर परियोजना के पहले चरण और ऑनलाइन सेवाओं वाले गीडा सेवा पोर्टल को लांच किया। गोरखपुर में पहली बार आयोजित चार दिवसीय गोरखपुर ट्रेड शो का उद्घाटन किया और देश तथा इस अंचल के प्रमुख उद्यमियों के साथ बैठक कर लाभकारी निवेश के मंत्र दिए। मुख्यमंत्री के समक्ष गीडा में स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोलने के लिए नाइलिट से तथा प्लास्टिक पार्क में यूनिट्स को कच्चा माल उपलब्ध कराने के लिए गैस ऑथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) से एमओयू का आदान-प्रदान भी हुआ।
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि सरकार द्वारा किए गए कार्यों से प्रदेश की छवि अच्छी हुई तो फरवरी में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में देश-दुनिया से हर बड़ा उद्यमी पहुंचा। प्रदेश में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव को लेकर एमओयू हुए। ये एमओयू धरातल पर उतरेंगे तो 1.10 करोड़ लोगों को नौकरी और रोजगार की गारंटी है, इसलिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मिले प्रस्तावों पर तेजी से काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 10 वर्ष पहले गोरखपुर में निवेश होना एक सपना था। यहां गैंगवार, अराजकता के चलते लोग भयभीत रहते थे। यहां उद्यमी की पूंजी के साथ उसके जान पर भी खतरा रहता था। गोरखपुर के नाम से ही सिर्फ प्रदेश ही नहीं, देश-दुनिया के लोग घबराते थे। गोरखपुर गैंगवार और अराजकता से उबरा है तो आज निवेश, रोजगार और विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
स्वास्थ्य और रोजगार का केंद्र है गोरखपुर
मुख्यमंत्री ने खाद कारखाना, एम्स, रामगढ़ताल के कायाकल्प, चिड़ियाघर, पिपराइच चीनी मिल जैसी महत्वपूर्ण उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि गोरखपुर तेजी से बदल रहा है। सरकार ने यहां के माहौल को बदला है। गोरखपुर सिर्फ अपने भौगोलिक क्षेत्र तक सीमित नहीं है बल्कि यह पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार और नेपाल की तराई तक पांच करोड़ की आबादी के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार का बड़ा केंद्र है। गोरखपुर में कनेक्टिविटी शानदार हो गई है। गोरखपुर से लखनऊ, वाराणसी और नेपाल तक फोर-सिक्स लेन रोड कनेक्टिविटी है तो यहां से बड़े शहरों के लिए14 फ्लाइट की भी सुविधा है। बेहतरीन रेल कनेक्टिविटी में वंदे भारत एक्सप्रेस भी योगदान दे रही है। उन्होंने कहा सुरक्षित माहौल और आवागमन आसान होने से निवेश में वृद्धि होती है। युवाओं को नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद मिलती है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में नए गोरखपुर की भूमिका किसी से कम नहीं है।
प्रगति यात्रा के निर्णायक मोड़ पर है गीडा
34वें स्थापना दिवस पर गीडा के सभी उद्यमियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, कारीगरों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गीडा आज कुछ देने की स्थिति में है। विगत छह-सात साल की यात्रा शानदार रही है और आज गीडा निर्णायक मोड़ पर है। उन्होंने इंडिया ग्लाइकोल्स लिमिटेड, गैलेंट समूह, अंकुर उद्योग, वरुण ब्रेवरेज, केयान डिस्टलरी, ज्ञान डेयरी, तत्वा प्लास्टिक आदि उद्योगों का उल्लेख करते हुए कहा कि गीडा में व्यापक पैमाने पर निवेश हुआ है। इस निवेश से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित हो रहे हैं। अब यहां के युवाओं को नौकरी या रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। बल्कि बाहर के लोगों को काम की तलाश में यहां आना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि थोड़े से प्रयास और सकारात्मक दृष्टिकोण से कुछ ही समय मे गीडा में 12 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।
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अब सबसे समृद्ध क्षेत्र बनेगा गोरखपुर का दक्षिणांचल
सीएम योगी ने गीडा के विकास की चर्चा करते हुए कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के पास और धुरियापार में नया औद्योगिक विकास होगा। इस निमित्त 800 एकड़ लैंड बैंक के लिए गीडा को पैसा उपलब्ध करा दिया गया है। धुरियापार और जिस दक्षिणांचल को सबसे कमजोर क्षेत्र माना जाता था, अब वह सबसे समृद्ध क्षेत्र बन जाएगा। यह क्षेत्र विकसित होकर नए रोजगार और लोगों की आत्मनिर्भरता का माध्यम बनेगा। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से विकास प्रक्रिया में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने का आह्वान किया।
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