“तारीख़ बदलनी होगी,” थ्यून ने सोमवार को कहा। “अब सवाल यह है कि नई तारीख़ क्या होगी।”
क्या है समस्या?
• हाउस ने 7 हफ़्ते का शॉर्ट-टर्म बिल पास किया था, जो 21 नवंबर तक फंडिंग देता।
• लेकिन शटडाउन 3 अक्टूबर से शुरू हुआ, यानी 34 दिन पहले।
• अब 21 नवंबर तक सिर्फ़ 17 दिन बचे हैं – जो पूरे साल की बजट प्रक्रिया के लिए काफ़ी नहीं।
• सीनेट ने 13 बार इस बिल को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन डेमोक्रेट्स का समर्थन नहीं मिला।
सीनेट की नई रणनीति
थ्यून ने कहा कि सीनेट अब नई तारीख़ वाला बिल ला सकती है – शायद जनवरी या फ़रवरी 2026 तक फंडिंग। इसके लिए दो रास्ते हैं:
1. हाउस बिल को पास कर उसमें संशोधन करना।
2. बिल्कुल नया बिल बनाना।
दोनों ही मामलों में हाउस को वापस बुलाना पड़ेगा, क्योंकि सीनेट का बिल सीधे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पास नहीं जा सकता। स्पीकर माइक जॉनसन को हफ़्तों बाद पहली बार सदन की बैठक बुलानी पड़ सकती है।
डेमोक्रेट्स की शर्त: हेल्थकेयर पर बातचीत
शटडाउन का मुख्य कारण डेमोक्रेट्स का विरोध है। वे कह रहे हैं:
“रिपब्लिकन्स हेल्थकेयर पर बातचीत करें, तभी फंडिंग बिल पास होगा।”
रिपब्लिकन्स सिर्फ़ प्रक्रिया (process) पर बात करने को तैयार हैं, नीति (पॉलिसी) पर नहीं।
आशा की किरण?
हालांकि, वीकेंड पर कुछ सांसदों के बीच बातचीत हुई। थ्यून ने कहा:
“मुझे लगता है कि हम किसी समझौते के करीब पहुँच रहे हैं। यह शटडाउन अब तक का सबसे अजीब है।”
फिर भी, अभी तक कोई ठोस समझौता नहीं हुआ है।
क्या होगा अगला?
• सीनेट नई तारीख़ वाला बिल ला सकती है।
• हाउस को वापस आना होगा।
• डेमोक्रेट्स बिना हेल्थकेयर डील के वोट नहीं देंगे।
• शटडाउन लंबा खिंच सकता है – यह पहले से ही इतिहास के सबसे लंबे शटडाउन में से एक बन चुका है।

