UP RERA: फ्लैट बायर्स हक में बड़ा फैसला, देरी के लिए ब्याज सहित मिलेगा कब्जा
नोएडा । यूपी रेरा कंसीलिएशन फोरम ने प्रोमोटर ‘मेसर्स देविका गोल्ड होम्ज प्राईवेट लिमिटेड’ की ग्रेटर नोएडा स्थित ‘देविका गोल्ड होम्ज’ परियोजना के एक आवंटी राजीव अग्रवाल को विलम्ब अवधि के ब्याज के साथ उनके फ्लैट का कब्जा देने का आदेश दिया है। दोनों पक्षों के बीच सहमति के तहत प्रोमोटर तथा आवंटी की मांगों का परस्पर समायोजन कराया गया। इससे आवंटी की देनदारी न्यूनतम 2 लाख 50 हजार रुपये रह गई। इसका भुगतान करके फ्लैट पर कब्जा देने की बात पर मुहर लगी। इसके अलावा प्रोमोटर ने एडवांस रखरखाव की राशि वास्तविक कब्जे के बाद से ही लागू करने के निर्देश दिए।
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आवंटी राजीव अग्रवाल ने बताया कि उसने परियोजना में 16 लाख 76 हजार मूल्य का एक फ्लैट बुक किया था। उसके लिए एग्रीमेन्ट फॉर सेल के अनुसार प्रोमोटर को लगभग रुपये 16 लाख 49 हजार का भुगतान किया था। किन्तु, उसे तय समय पर कब्जा नहीं मिलने उन्होंने प्रोमोटर से शिकायत की। परियोजना की प्रगति से असन्तुष्ट आवंटी ने यूपी रेरा में साल 2022 में शिकायत दर्ज कराई। उसमें कब्जा प्राप्त करने के लिए अंतिम किस्त में अनियमित शुल्कों, लगभग 8 लाख रुपये का सत्यापन कराने तथा विलम्ब अवधि का ब्याज दिलाने की मांग की।
फोरम की मध्यस्थता के बाद प्रोमोटर ने कब्जा मिलने में हुई देरी का ब्याज का समायोजन अंतिम किस्त में किया गया। एडवांस रखरखाव शुल्क कब्जे की तिथि से लेने की बात कही गई। इस पर प्रोमोटर और आवंटी ने अपनी सहमति दे दी। विवाद का समाधान होने पर आवंटी ने यूपी रेरा के प्रयासों की सराहना की।
510 करोड़ की संपत्ति का निपटरा
यूपी रेरा के अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी के अनुसार, ‘कंसीलिएशन फोरम पर प्रोमोटर और आवंटी आपसी सहमति से विवाद का समाधान कर सकते हैं। यहां कंसीलिएशन के साथ-साथ प्रोमोटर और आवंटियों के संघ की मध्यस्थता से विवाद का समाधान शीघ्र कराने का प्रयास किया जाता है।’ बता दें कि अब तक यूपी रेरा ने एनसीआर में स्थापित फोरम में सुनवाई के माध्यम से 1,300 से ज्यादा मामलों में लगभग 510 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों को विवाद मुक्त कराया गया है।