UP News: लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) दिवंगत माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के आवास की जमीन पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित 72 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का पंजीकरण शुरू करेगा। लखनऊ के डालीबाग इलाके में प्राइम लोकेशन पर यह जमीन मुख्तार अंसारी और उनके परिवार की थी, लेकिन इसे ध्वस्त कर दिया गया और यह इलाका गरीबों के लिए ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) फ्लैट बनाने के लिए एलडीए को दे दिया गया। 72 फ्लैटों के लिए पंजीकरण अगले महीने शुरू होगा।
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एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने मंगलवार को बताया कि माफिया ने डालीबाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था जिसे 2020 में ध्वस्त कर दिया गया था। जिस जमीन पर यह इमारत बनी थी वह मुख्तार के बेटों के नाम थी। 2020 में जमीन मुक्त होने के बाद एलडीए ने करीब दो साल में प्रधानमंत्री योजना के 72 फ्लैट बनाए। मुख्तार अंसारी ने पाकिस्तान गए लोगों की संपत्ति हड़पकर अपने परिवार के सदस्यों के नाम आलीशान मकान बनवा लिया था। ये संपत्तियां सरकारी थीं और इन्हें शत्रु संपत्ति के तौर पर चिन्हित किया गया था।जमीन का कुल क्षेत्रफल 2,327.54 वर्ग फीट है और एलडीए ने तीन मंजिला मकान बनाए हैं। एक फ्लैट की औसत कीमत 4.50 लाख रुपये है।
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सूत्रों का कहना है कि मुख्तार अंसारी ने पहले फरहत अंसारी के नाम से डालीबाग में बिना नक्शे के मकान बनवाया था। बाद में एलडीए ने फर्जी कागजात के आधार पर नक्शा पास करा लिया। नक्शा वर्ष 2007 में पास हुआ था। लेकिन 2017 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद अवैध प्रक्रिया का पता चला।

