UP News: देवरिया: गाजियाबाद में मंगलकर को जिला जज की अदालत में वकीलों और जज के बीच नोकझोंक तथा उसके बाद वकीलों पर लाठीचार्ज के विरोध में बुधवार को यहाँ वकील प्रदर्शन किया और न्यायिक कार्य से विरत रहे। सिविल बार एशोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी ने बताया कि गाजियाबाद कचहरी में जिस तरह से वकीलों पर लाठीचार्ज किया गया है। वह बहुत ही निंदनीय है और इसी से आक्रोशित अधिवक्ता एक मीटिंग कर अपना विरोध प्रकट करते हुए न्यायिक कार्य से विरत हैं। वकील अपना विरोध प्रदर्शन कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद में पुलिस ने बार के पूर्व अध्यक्ष नाहर सिंह यादव समेत 50 अज्ञात वकीलों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं। जिससे देवरिया सहित प्रदेश के सारे वकील आक्रोशित हैं।
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वकीलों की मांग है कि गाजियाबाद के जिला जज का स्थानांतरण और निलंबन, वकीलों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों तथा पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई और घायल वकीलों को दो-दो लाख रूपये की सहायता दी जाय। उन्होंने बताया कि उधर बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश ने मामले का संज्ञान ले लिया है। बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शिवकुमार गौड़ ने गाजियाबाद मामले में विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने पूरे केस की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए एक विशेष कमेटी भी बनाई है। इसमें रोहिताश्व अग्रवाल, मधुसूदन त्रिपाठी, अरुण त्रिपाठी, अजय यादव और प्रशांत सिंह अटल को शामिल हैं। उन्होंने पूरे मामले की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट बार काउंसिल में पेश करने के निर्देश कमेटी को निर्देश दिए गए हैं। वहीं, गाजियाबाद के मामले में गोरखपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता तथा बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष मधुसूदन त्रिपाठी ने गाजियाबाद के जिला जज का स्थानांतरण के साथ निलंबन और इस घटना में घायलों के इलाज के लिए दो-दो लाख रुपए मदद देने की मांग की है।