UP News: भाई-बहन ने लिए 7 फेरे, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में हुआ ऐसा खेल

UP News: लक्ष्मीपुर। महराजगंज जिले के लक्ष्मीपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत कजरी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में दूल्हे की जगह भाई को मंडप में बैठा कर शादी कराने का मामला सामने आया है। इसकी भनक लगते ही अधिकारी सक्रिय हो गए। खंड विकास अधिकारी अमित मिश्रा ने आनन-फानन में लाभार्थियों को नोटिस जारी कर योजना में मिले सामग्रियों को वापस करा दिया है।

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मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत पांच मार्च को लक्ष्मीपुर ब्लाक परिसर में समारोह आयोजित किया गया था। योजना के तहत ग्राम पंचायत कजरी से एक युवती विवाह के लिए चयनित हुई थी। सभी तैयारियों के साथ वर-वधू पक्ष के लोग ब्लाक परिसर में पहुंचे। वर भी आया था, लेकिन पंजीकरण कराने के बाद किन्ही कारणों से ब्लाक परिसर से चला गया। इस कार्यक्रम के जिम्मेदार द्वारा वर-वधू को सामान देने के लिए बुलाने लगे, तो दूल्हे की जगह भाई को ही मंडप में बैठा दिया गया। इतना ही नहीं शासन से लाभ पाने के लिए बहन भाई में ही वर माला पहनाकर शादी कार्यक्रम भी कराया गया।

 

लक्ष्मीपुर के बीडीओ अमित मिश्रा ने बताया कि बीते 5 मार्च को हुए सामूहिक विवाह समारोह में एक युवती की फर्जी तरीके से उसके भाई के साथ फेरे कराने का मामला सामने आया है. शुरुआती जांच के बाद योजना के तहत दिया गया सारा सामान वापस मंगवा लिया गया है. अनुदान को रोकने की सिफारिश की गई है. इस मामले की गहनता से जांच कराई जाएगी. जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

जिलाधिकारी ने इस मामले में क्या बताया?
वहीं डीएम अनुनय झा से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह में भाई-बहन के बीच सात फेरे को लेकर अभी भी कोई शिकायत नहीं आई है. मामले की जांच कराई जाएगी. रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. किसी ने खुद से भर ली मांग तो किसी ने नहीं लिए सात फेरे… झांसी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में फिर फर्जीवाड़ा

झांसी में भी हुआ था फर्जीवाड़ा
इससे पहले झांसी में आयोजित हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में भी फर्जीवाड़ा सामने आया था. बुंदेलखंड महाविद्यालय में हुए सामूहिक विवाह में 96 जोड़ों ने शादी की थी. हालांकि यहां किसी दुल्हन ने खुद से ही मांग भर ली तो कई जोड़ों ने सात फेरे ही नहीं लिए थे.

बलिया में भी हुआ था फर्जीवाड़ा
झांसी से पहले बलिया में सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया था. यहां 25 जनवरी को 537 जोड़ों की शादी कराई गई थी, लेकिन इसमें दर्जनों जोड़े नकली निकले थे. किसी की पहले ही शादी हो चुकी थी, तो कोई पैसे देकर लाया गया था. इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें कई दुल्हनें खुद को ही वरमाला डालती हुई दिखाई दी थीं. इस मामले में डीएम के निर्देश पर केस दर्ज कर 15 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया था.

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