UP Electricity: गर्मी के दिनों में बढ़ सकती है मुसीबत, बेकाबू हो सकती है बिजली की खपत
- यूपी में 32 हजार मेगावाट तक जा सकती है बिजली की मांग
- केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने जारी किया अनुमान
UP Electricity: लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गर्मी के दिनों में बिजली की खपत बेकाबू हो सकती है। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए यूपी में बिजली की पीक डिमांड 31,917 हजार मेगावाट तक पहुंचने का आकलन किया है। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण हर साल विभिन्न राज्यों की सर्वाधिक बिजली मांग का अनुमान लगाता है। प्राधिकरण की 2024 -25 के लिए जारी पूर्वानुमानित रिपोर्ट में कहा गया है कि महाराष्ट्र में मार्च 2025 में 32640 मेगावाट की मांग हो सकती है। इसी तरह उत्तर प्रदेश में सितंबर 2024 में 31917 मेगावाट की मांग हो सकती है। इसी तरह अप्रैल में 25379 मेगावाट, मई में 28291 मेगावाट, जून में 29853 मेगावाट, जुलाई में 30581 मेगावाट, अगस्त में 31585 मेगावाट की जरूरत पड़ने का अनुमान है। पावर काॅरपोरेशन के अध्यक्ष डाॅ. आशीष कुमार गोयल का कहना है कि वह 32 हजार मेगावाट का लक्ष्य लेकर तैयारी कर रहे हैं।
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उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने पावर कारपोरेशन को प्रदेश की बढ़ती मांग के अनुरूप युद्धस्तर पर कार्य करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि ओबरा सी और जवाहरपुर की क्षमता जोड़ कर भी प्रदेश में अधिकतम 28,500 मेगावाट की विद्युत क्षमता का सृजन किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा का कहना है कि उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए पावर कारपोरेशन प्रबंधन को हर स्तर पर तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। बिजली की उपलब्धता बनाना ही केवल पर्याप्त नहीं है, बल्कि उपभोक्ता तक बिजली पहुंचाने की चुनौती स्वीकार करनी होगी।
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