कीर स्टार्मर ने भी शांति समझौते पर जोर दिया, कहा-रूस की आक्रामकता को रोकने की जरूरत

Ukraine-Russia war news: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टार्मर ने यूक्रेन-रूस युद्ध को समाप्त करने के लिए एक मजबूत शांति समझौते की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी समझौता इतना सशक्त होना चाहिए कि वह भविष्य में रूस की आक्रामकता को प्रभावी ढंग से रोका जा सके। यह बयान स्टार्मर ने लंदन में आयोजित एक उच्च-स्तरीय शिखर सम्मेलन के बाद दिया, जिसमें यूरोपीय नेताओं और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की शामिल हुए।

शांति के लिए “मजबूत गठबंधन” की वकालत
स्टार्मर ने यूरोपीय नेताओं के साथ मिलकर एक “मजबूत गठबंधन” (coalition of the willing) बनाने की बात कही, जिसका उद्देश्य यूक्रेन की संप्रभुता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने को है। उन्होंने साफ किया कि शांति समझौते को केवल यूरोप के नेतृत्व में ही नहीं, बल्कि अमेरिका के समर्थन के साथ लागू किया जाना चाहिए। स्टार्मर ने कहा, “हमें पिछले अनुभवों से सबक लेना होगा। ऐसा कोई कमजोर समझौता स्वीकार नहीं किया जा सकता, जिसे रूस आसानी से तोड़ दे। इसके लिए हमें यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक रूप से सशक्त करना होगा।”

यूक्रेन के लिए ब्रिटेन की प्रतिबद्धता
शिखर सम्मेलन में स्टार्मर ने यूक्रेन को 2.26 अरब पाउंड (लगभग 2.84 अरब डॉलर) का ऋण देने की घोषणा की, जो रूस की जमाकृत संपत्तियों से प्राप्त मुनाफे से वित्तपोषित होगा। इसके अलावा, यूक्रेन को 1.6 अरब पाउंड (2 अरब डॉलर) की निर्यात वित्तपोषण सुविधा प्रदान की जाएगी, जिससे 5,000 से अधिक हवाई रक्षा मिसाइलें खरीदी जा सकेंगी। स्टार्मर ने यह भी कहा कि ब्रिटेन “जमीन पर सैनिक और आकाश में विमान” तैनात करने के लिए तैयार है, ताकि शांति समझौते को लागू करने में मदद मिल सके।

अमेरिका और रूस के साथ तनाव
यह शिखर सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में हुई तनावपूर्ण मुलाकात के बाद हुआ। ट्रम्प ने ज़ेलेंस्की पर “आभारी न होने” का आरोप लगाया और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एकतरफा शांति वार्ता शुरू करने की कोशिश की, जिससे यूरोपीय नेताओं में चिंता बढ़ गई। स्टार्मर ने इस पर जोर दिया कि “यूक्रेन के बिना यूक्रेन के बारे में कोई बातचीत नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने अमेरिका को एक विश्वसनीय सहयोगी बताते हुए कहा कि शांति के लिए यूएस का समर्थन अनिवार्य है।

रूस पर दबाव बढ़ाने की रणनीति
स्टार्मर ने रूस पर आर्थिक और सैन्य दबाव बढ़ाने की बात कही। उन्होंने पुतिन पर “शांति की बात करते हुए भी हमले जारी रखने” का आरोप लगाया और कहा कि रूस को शांति वार्ता के लिए मजबूर करने के लिए और सख्त प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए। पुतिन ने हाल ही में अमेरिका द्वारा प्रस्तावित 30-दिवसीय युद्धविराम को खारिज कर दिया और विदेशी सैन्य सहायता समाप्त करने जैसी शर्तें रखीं, जिन्हें यूक्रेन और उसके सहयोगियों ने अस्वीकार्य बताया।
यूरोप की एकजुटता
लंदन शिखर सम्मेलन में फ्रांस, जर्मनी, पोलैंड, कनाडा, नाटो और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों सहित कई देशों के नेता शामिल हुए। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी यूक्रेन के समर्थन में एक महीने के युद्धविराम का प्रस्ताव रखा, ताकि दीर्घकालिक शांति वार्ता के लिए समय मिल सके। यूरोपीय नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक रूप से मजबूत करना जरूरी है ताकि वह रूस के साथ बातचीत में मजबूत स्थिति में हो सके।

चुनौतियां और भविष्य
हालांकि स्टार्मर की योजना को यूरोप में व्यापक समर्थन मिला है, लेकिन कुछ देशों, जैसे इटली और पोलैंड, ने सैनिकों की तैनाती को लेकर संकोच जताया है। इसके अलावा, ब्रिटेन की अपनी सैन्य क्षमता सीमित है, और विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि सैन्य बजट में वृद्धि के बिना शांति मिशन को लागू करना मुश्किल हो सकता है। फिर भी, स्टार्मर ने कहा कि यह “इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़” है और यूरोप को अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होकर कदम उठाने होंगे।

निष्कर्ष
रूस की आक्रामकता को रोकने के लिए एक मजबूत और एकजुट अंतरराष्ट्रीय प्रयास जरूरी है। यूक्रेन के लिए दीर्घकालिक सुरक्षा गारंटी और सैन्य समर्थन सुनिश्चित करने की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण हो सकता है, बशर्ते अमेरिका और अन्य सहयोगी देश इस “मजबूत गठबंधन” में सक्रिय रूप से शामिल हों सके।

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