ट्रंप ने कनाडा के साथ ‘सभी व्यापार वार्ताओं’ को किया समाप्त, अमेरिकी टैरिफ की आलोचना करने वाले टीवी विज्ञापनों पर भड़के

Washington/Trump vs Canada News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कनाडा के साथ चल रही सभी व्यापार वार्ताओं को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया। उन्होंने इसका कारण कनाडा द्वारा अमेरिकी टैरिफ नीतियों की आलोचना करने वाले एक टीवी विज्ञापन को बताया, जिसे उन्होंने “घिनौना व्यवहार” करार दिया। ट्रंप का यह फैसला दोनों पड़ोसी देशों के बीच पहले से तनावपूर्ण व्यापार संबंधों को और गहरा सकता है।

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया, “रोनाल्ड रीगन फाउंडेशन ने अभी घोषणा की है कि कनाडा ने एक फर्जी विज्ञापन का इस्तेमाल किया है, जिसमें रोनाल्ड रीगन को टैरिफ के खिलाफ बोलते दिखाया गया है।

उन्होंने यह केवल अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट और अन्य अदालतों के फैसलों में हस्तक्षेप करने के लिए किया। टैरिफ अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। उनके घिनौने व्यवहार के आधार पर, कनाडा के साथ सभी व्यापार वार्ताएं तत्काल समाप्त की जाती हैं।”

यह विवाद कनाडा के ओंटारियो प्रांत सरकार द्वारा जारी किए गए एक विज्ञापन से शुरू हुआ, जिसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के 1980 के दशक के एक रेडियो भाषण का क्लिप इस्तेमाल किया गया था। विज्ञापन में रीगन टैरिफ को विदेशी सामानों पर लगाए जाने वाले कर के रूप में आलोचना करते नजर आते हैं, जिसमें कहा गया है कि इससे अमेरिकी नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं। ओंटारियो के प्रीमियर डग फोर्ड ने 16 अक्टूबर को इस विज्ञापन को ऑनलाइन पोस्ट करते हुए लिखा था, “हम अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ अपनी बात हर संभव तरीके से रखेंगे।”

हालांकि, रोनाल्ड रीगन प्रेजिडेंशियल फाउंडेशन एंड इंस्टीट्यूट ने विज्ञापन को “गुमराह करने वाला” बताते हुए कहा कि इसमें रीगन के भाषण का चुनिंदा हिस्सा इस्तेमाल किया गया है, जो पूर्ण संदर्भ से अलग है। फाउंडेशन ने कानूनी विकल्पों की समीक्षा करने की बात कही और रीगन के पूरे भाषण का लिंक साझा किया, जिसमें उन्होंने विदेशी निर्यात से जुड़ी अमेरिकी नौकरियों का जिक्र किया था।

ट्रंप का यह बयान कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के हालिया बयान के ठीक बाद आया, जिन्होंने इस हफ्ते कहा था कि ट्रंप के टैरिफ नीतियों से उत्पन्न अनिश्चितता के कारण कनाडा अमेरिका के बाहर अन्य देशों को निर्यात दोगुना करने की योजना बना रहा है। कार्नी ने अक्टूबर की शुरुआत में व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात की थी, जहां दोनों ने यूएस-मेक्सिको-कनाडा एग्रीमेंट (यूएसएमसीए) की समीक्षा से पहले तनाव कम करने पर चर्चा की थी। यह समझौता ट्रंप के पहले कार्यकाल में ही हुआ था, लेकिन अब इसमें दरारें पड़ रही हैं।

व्हाइट हाउस ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि वार्ताएं कब या कैसे फिर से शुरू हो सकती हैं। कनाडाई प्रधानमंत्री कार्यालय और व्यापार मंत्री डोमिनिक ले ब्लांक के कार्यालय से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। कार्नी शुक्रवार सुबह एशिया समिट के लिए रवाना हो रहे हैं, जबकि ट्रंप शुक्रवार शाम को एक अलग यात्रा पर निकलेंगे।

ट्रंप की टैरिफ नीतियां लंबे समय से विवाद का विषय रही हैं। उन्होंने चीन और अन्य देशों पर भारी टैरिफ लगाए हैं, जिन्हें वे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और नौकरियां बचाने का हथियार मानते हैं। कनाडा, जो अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, इन नीतियों से प्रभावित हो रहा है, खासकर स्टील, ऑटो पार्ट्स और अन्य प्रमुख निर्यातों पर।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और जटिल बना सकता है, जबकि यूएसएमसीए की समीक्षा आने वाली है।

यह घटना ट्रंप के पहले कार्यकाल की याद दिलाती है, जब उन्होंने कनाडा के डिजिटल सर्विसेज टैक्स को लेकर वार्ताओं को अस्थायी रूप से रोक दिया था, लेकिन बाद में समझौता हो गया था। फिलहाल, दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है, और वैश्विक व्यापार विशेषज्ञों का कहना है कि इससे उत्तर अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।

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