धोखाधड़ी के मामले में कैलाश अस्पताल की ओर से दी गई शिकायत पर 3 महीने बाद रिपोर्ट दर्ज की गई है। सवाल यह है कि जब स्थानीय सांसद के अस्पताल की रिपोर्ट तीन 3 महीने बाद दर्ज होगी तो आम जनता का क्या हाल होगा। मामला नॉलेज पार्क स्थित कैलाश अस्पताल का है। यहां तत्कालीन एचआर मैनेजर और एचआर एग्जीक्यूटिव अपने परिवार व अन्य कर्मचारी करीब 60 लाख का गबन करके गए थाना नॉलेज पार्क में 3 महीने पहले शिकायत दी गई थी मगर अब कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज हुआ है। कैलाश अस्पताल के सीएफओ अजय शर्मा ने नॉलेज पार्क थाने में 24 सितंबर 2022 को शिकायत दी थी कि अस्पताल के रोहित जैन और रत्नेश कुमार ने गबन किया है। दोनों अस्पताल के कर्मचारियों के नाम से फर्जी उपस्थिति तैयार कर उनका पैसा अपने रिश्तेदारों और मिलने वालों के खाते में डाल रहे हैं। करीब दोनों ने 60 लाख हड़प किए हैं। बरहाल यह सांसद थे इसलिए कमिश्नर के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज कर लिया गया लेकिन आम जनता का क्या होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।