लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर यूपी में दर्जनों सांसदों के टिकट कटना तय माना जा रहा है। प्रदेश पर भाजपा र्शीष नेतृतव का बड़ा फोकस है। यूपी की सभी 80 लोकसभा सीट जीतने का दावा कर रही भाजपा ने प्रदेश में टिकट बंटवारे की सूची पर मंथन तेज कर दिया है। भाजपा के विश्वसनीय सूत्रों का दावा है कि पार्टी उत्तर प्रदेश में कम से कम 35 मौजूदा सांसदों के टिकट काटने वाली है। सूत्रों का यह भी दावा है कि यूपी के नेताओं के साथ मिलकर भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व उत्तर प्रदेश में टिकट बंटवारे की सूची को अंतिम रूप देने में लग गया है। लोकसभा चुनाव-2024 अप्रैल महीने में होंगे।
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इस प्रकार चुनाव में केवल दो महीने का वक्त शेष बचा है। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का फोकस उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत के तमाम प्रदेशों पर है। उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीट जीतने के कमसद से ठश्रच् ने उत्तर प्रदेश में मिशन-80 का नाम दिया है। देश में अबकी बार 400 के पास वाले नारे को हकीकत में बदलने के लिए भाजपा को उत्तर प्रदेश से अधिक से अधिक सीट जीतनी ही पड़ेगी। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश की प्रत्येक सीट पर हर हाल में जिताऊ प्रत्याशी को उतारने की योजना है।
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भाजपा के कई नेताओं का दावा है कि उत्तर प्रदेश के कम से कम 35 सांसदों के टिकट काटे जाएंगे। बताया जा रहा है कि मथुरा की सांसद हेमा मालिनी,बरेली से संतोष गंगवार, सुल्तानपुर से मेनका गांधी,गाजियाबाद से सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह,पीलीभीत से वरुण गांधी और कानपुर नगर के सांसद सत्यदेव पचैरी की सीट पर चैंकाने वाले फैसले होंगे। इनमें से संतोष गंगवार,सत्यदेव पचैरी और हेमा मालिनी की उम्र करीब 75 वर्ष के दायरे में है। वहीं प्रदेश भाजपा के नेता मेनका गांधी और वरुण गांधी को टिकट देने के पक्ष में नहीं हैं। भाजपा नेता का दावा है कि उत्तर प्रदेश के लोकसभा प्रत्याशियों की घोषणा फरवरी के अंतिम सप्ताह तक कर दी जाएगी। देशभर में 15 मार्च के आसपास आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। बताया जा रहा है कि नए उम्मीदवार तैयारी कर रहे है। जिनको उपर से कहा गया है कि वे जनता के बीच जाकर अपनी पकड़ को मजबूत करें।