kairaana news गंगा दशहरा पर्व पर स्नान के लिए आये एक किशोर व किशोरी तथा युवती की यमुना में डूबकर दर्दनाक मौत हो गई। हादसे से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। परिजन बिना किसी कानूनी कार्यवाही के ही शवों को अपने साथ ले गए है।
रविवार को गंगा दशहरा पर्व पर स्नेहा(13) पुत्री सुरेश निवासी ऊंटला व आशु(19) पुत्री मुल्तान सिंह निवासी कुराणा जनपद पानीपत तथा केशव(14) पुत्र रमेश निवासी जाटल रोड पानीपत अपने परिजनों के साथ में यमुना स्नान के लिए आये थे। इनमें स्नेहा व आशु आपस में मामा-फूफी की बताई गई है। स्नान के दौरान तीनों यमुना के गहरे पानी में समा गए। तीनों को डूबता देख साथ नहा रहे लोगो ने शोर मचा दिया, जिस पर यमुना किनारे तैनात गोताखोरों ने यमुना में डूबी दोनों लड़कियों व किशोर को बाहर निकाला। लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी। इसके बाद, परिजन बिना किसी कानूनी कार्यवाही के तीनों के शवों को अपने साथ ले गए। हादसे से मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
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यमुना में डूबी लड़कियों के परिजनों ने पुलिस-प्रशासन पर लापरवाही के गम्भीर आरोप लगाए है। उनका कहना है कि प्रशासन के द्वारा स्नान के लिए यमुना नदी में बैरिकेडिंग की कोई व्यवस्था नही की गई थी। न ही सिलेंडर वाले गोताखोरों को मौके पर तैनात किया गया था। परिजनों का कहना है कि हादसे के बाद दोनों लड़कियों को पुलिस की गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया गया। यदि मौके पर एम्बुलेंस तैनात की गई होती तो शायद उनकी बेटियों को बचाया जा सकता था।
रविवार को गंगा दशहरे पर भारी संख्या में लोगों ने यमुना पर पहुंचकर स्नान किया। पुलिस के अनुसार, स्नान के दौरान दिनभर में करीब सैंकड़ों लोग यमुना में डूबे थे, जिन्हें मौके पर तैनात गोताखोरों की मुस्तैदी के चलते बचा लिया गया। एसडीएम कैराना स्वप्निल कुमार यादव ने बताया कि गंगा दशहरा पर यमुना पर भारी संख्या में लोगो ने स्नान किया है। यमुना स्नान के लिए आये लोगो की सुरक्षा के लिए भारी पुलिस फोर्स, प्राइवेट गोताखोर व नौका लगाई गई थी। करीब सैंकड़ों लोग स्नान के दौरान यमुना में डूबे थे, जिन्हें गोताखोरों व पुलिसकर्मियों की सतर्कता के चलते बचा लिया गया।