के.वी.के. गौतम बुद्ध नगर में महिलाओं को ऐसे बना रहे आर्थिक रूप से मजबूत
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के.वी.के. गौतम बुद्ध नगर में महिलाओं को ऐसे बना रहे आर्थिक रूप से मजबूत

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ के अंतर्गत चलाए जा रहे कृषि विज्ञान केंद्र, नूरपुर छोलस में दिनांक 23 से 27 जुलाई 2024 तक केंद की वैज्ञानिक डॉ. विनीता सिंह द्वारा ग्रामीण युवतियों के लिए पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें वह प्रशिक्षणार्थीयों को प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत लघु उद्यमिता के माध्यम से स्वरोजगार कर आत्म निर्भर भारत के अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान देने हेतु प्रेरित भी कर रही हैं।

केंद्र की वैज्ञानिक डॉ. विनीता सिंह ने प्रशिक्षण में ग्रामीण युवतियों को बताया कि महिला उद्यमिता को देश की आर्थिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण साधन माना जाता है। कोई भी महिला उद्यमी न केवल खुद को आत्मनिर्भर बनाती है, बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर को बढ़ाती हैं। उद्यमिता के ही माध्यम से महिलाओं की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिती को मजबूत करके महिलाओं को सशक्त बनाया जा सकता है। इस प्रशिक्षण में डॉ. सिंह ने महिलाओं को विभिन्न प्रकार के साबुन को घर पर ही बनाने का तरीका बताया प् साबुनों में ऐलोवेरा, गुलाब, चंदन, लेमन ग्रास, हल्दी, शहद इत्यादि युक्त साबुन बनाना सिखाया ।

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इसके साथ ही लघु उद्यमिता हेतु प्रशिक्षणार्थियों को डिजाइनर एवं विभिन्न प्रकार की खुशबू वाली मोमबत्तियाँ बनाने की तकनीक सिखाकर सिखाकर उन सबसे केंद्र पर बनवाए जिससे सभी काफी खुश थी तथा इस काम को आगे बढ़ाने के लिए काफी उत्साहित भी थीं। इस कार्यक्रम में केंद के प्रभारी अधिकारी डॉ. विपिन कुमार ने प्रशिक्षणार्थीयों द्वारा बनाए जाने वाले उत्पादों को बाजार तक लाने हेतु उत्साहित किया। प्रशिक्षण के दौरान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ मोहन सिंह, डॉ सुनील प्रजापति, डॉ बोनिका पंत एवं कुँवर घनश्याम द्वारा भी समय -समय पर प्रशिक्षणार्थियो को मार्ग दर्शन मिला इस प्रशिक्षण में ग्राम कलोंदा एवं छोलस की मढ़ैया की महिलाओं ने हिस्सा लिया।

डॉ. सिंह ने यह भी बताया की अगर कोई महिला इस कार्य में रुचि लेते हुए आगे बढ़ना चाहती है तो तकनीकी सहायता हेतु कृषि विज्ञान केंद्र से कभी भी सम्पर्क कर सकती हैं।
प्रशिक्षण समाप्त होने पर सभी प्रशिक्षणार्थियो को प्रमाण पत्र भी दिया गया जिससे भविष्य में उन्हें इस कार्य को आगे बढ़ाने में सहायता मिले।

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